Jairam Ramesh Question To Narendra Modi: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद एनडीए अपनी सरकार बनाने जा रही है. इस सरकार में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं. इन दोनों पार्टियों को अगर एनडीए से हटाकर देखें तो गठबंधन को बहुमत नहीं मिल रहा है. वहीं, कांग्रेस पार्टी की ओर से भी इन दोनों पार्टियों पर डोरे डालने की कवायद की जा रही है.


इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नरेंद्र मोदी से 4 सवाल किए हैं जो आंध्र प्रदेश और बिहार से जुड़े हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने लिखा, “बनने जा रहे एक तिहाई प्रधानमंत्री से हमारे 4 सवाल – 1. 30 अप्रैल 2014 को पवित्र नगरी तिरुपति में आपने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने का वादा किया था। क्या वह वादा अब पूरा होगा? 2. क्या आप विशाखापट्टनम स्टील प्लांट के निजीकरण को अब रोकेंगे? 3. क्या आप बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देकर अपने 2014 के चुनावी वादे और अपने सहयोगी नीतीश कुमार की दस साल पुरानी मांग को पूरा करेंगे? 4. क्या आप बिहार के जैसा ही पूरे देश में जाति जनगणना करवाने का वादा करते हैं?”


कल हो सकती है एनडीए सांसदों की बैठक


नरेन्द्र मोदी को नेता चुनने के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक होने की संभावना है. सूत्रों ने कहा कि मोदी के एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार जैसे गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और उन्हें समर्थन देने वाले सांसदों की सूची सौंपेंगे.






उन्होंने कहा कि मोदी इस सप्ताह के अंत में संभवत: रविवार को शपथ ले सकते हैं. एनडीए के पास 293 सांसद हैं, जो 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत के 272 के आंकड़े से अधिक है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को दिनभर एक बैठक की और सरकार गठन के प्रयासों को गति देने को लेकर विचार-विमर्श किया. यह बैठक बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर हुई.


एनडीए सदस्यों ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना


पार्टी नेताओं के मुताबिक, इस बैठक में भावी मंत्रिपरिषद के गठन में एनडीए के घटक दलों की भागीदारी सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई. गठबंधन सरकार के मुखिया के रूप में तीसरी बार शपथ लेने की तैयारी कर रहे मोदी ने बुधवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की एक बैठक की अध्यक्षता की थी, जिन्होंने उन्हें सर्वसम्मति से अपना नेता चुना था.


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