Lok Sabha Election Results 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजों ने कई राज्यों में चौंकाने वाले रिजल्ट दिए हैं. बीजेपी को 543 सीटों में से 240 सीटों पर जीत मिली है. भले ही वह देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन अभी तक सरकार बनाने पर सस्पेंस बना हुआ है. बीजेपी को उम्मीद थी कि वह आराम से बहुमत का आंकड़ा पार कर लेगी. यही वजह है कि बहुमत नहीं मिलने के बाद भी 232 सीटें हासिल करने वाला इंडिया गठबंधन आत्मविश्वास से भरा हुआ है.
हालांकि, अब यहां सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि बीजेपी की इतनी बुरी स्थिति हो गई. वो भी तब, जब उसकी देश के कई बड़े राज्यों में सरकार है. देश में 'डबल इंजन' सरकार चलाने के बाद भी बीजेपी को कई राज्यों में सीटें गंवानी पड़ी हैं. आइए आपको उन राज्यों के बारे में बताते हैं, जहां राज्य स्तर पर बीजेपी की सरकार होने के बाद भी पार्टी को बड़ी संख्या में सीटें गंवानी पड़ी है.
किन राज्यों में बीजेपी ने गंवाई सीटें?
उत्तर प्रदेश: यूपी में बीजेपी की सरकार 2017 से चल रही है. 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को यहां पर 62 सीटों पर जीत मिली, जबकि इस बार उसके खाते में 33 सीटें ही आई हैं. यूपी में बीजेपी को 29 सीटों का नुकसान हुआ है. यूपी में बीजेपी को उम्मीद थी कि वह 70 सीटें जीतने वाली है.
महाराष्ट्र: शिवसेना और एनसीपी के दो हिस्से होने के बाद इससे निकले धड़े बीजेपी के साथ आ गए. बीजेपी ने शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के साथ मिलकर सरकार बनाई. बावजूद इसके 2019 में 23 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी इस बार 9 सीटों पर सिमट गई. उसे यहां 14 सीटों का नुकसान हुआ.
बिहार: बिहार इस साल ही एक बार फिर से बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई है, लेकिन इसका फायदा उसे लोकसभा चुनाव में नहीं मिली है. बिहार में बीजेपी को 2019 में 17 सीटें हासिल हुईं. 2024 के चुनाव में उसे अब महज 12 सीटें मिली हैं. इस राज्य में बीजेपी को 5 सीट का नुकसान हुआ है.
राजस्थान: विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी को उम्मीद थी कि वह राजस्थान में दोबारा क्लीन स्वीप करेगी. मगर ऐसा नहीं हुआ है. राजस्थान में बीजेपी को 2019 में 25 में से 24 सीटें मिली थीं, जबकि एक सीट एनडीए सहयोगी के खाते में गई. इस साल हुए चुनाव में बीजेपी को 14 सीटें आई हैं.
हरियाणा: पिछले एक दशक में हरियाणा में पैठ बनाने का भी बीजेपी को कोई फायदा नहीं हुआ है. 2019 में हरियाणा की सभी 10 सीटों पर कब्जा जमाने वाली बीजेपी को इस बार पांच सीटों से संतोष करना पड़ा है.
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