Lok Sabha Election Results 2024: लोकसभा चुनाव का रिजल्ट सामने आ चुका है, जिससे अब ये तस्वीर साफ होते हुए नजर आ रही है कि इस बार देश में किसकी सरकार बनने वाली है. हालांकि, इस बार किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसे 240 सीटें हासिल हुई हैं, जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही है, जो 99 सीटें हासिल करने में सफल हुई है. इसी तरह से समाजवादी पार्टी 37 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. 


चुनावी नतीजों में एनडीए गठबंधन को बहुमत मिल चुका है. उसके खाते में 294 सीटें आई हैं. ऐसे में इस बात के पूरे आसार हैं कि सरकार एनडीए की ही बनने वाली है. मगर राजनीति में कब क्या हो जाए ये कहा नहीं जा सकता है. फिलहाल आइए हम उन टॉप 10 पार्टियों के बारे में जानते हैं, जिनको सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं. इसके अलावा ये जानने की कोशिश करते हैं कि इन दलों का प्रदर्शन 2019 लोकसभा चुनाव में किस तरह का रहा था. 



  • बीजेपी: लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी के प्रदर्शन का ग्राफ इस बार थोड़ा सा गिरा है. बीजेपी को 2019 लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत मिला था. उसके खाते में 303 सीटें गई थीं. हालांकि, इस बार उसे 240 सीटों से संतोष करना पड़ रहा है. सरकार बनाने के लिए वह सहयोगियों के भरोसे है.

  • कांग्रेस: 2014 और 2019 में बुरी तरह शिकस्त खाने वाली कांग्रेस की स्थिति इस बार सुधरी है. पार्टी को 99 सीटों पर जीत मिली है. 2019 में 52 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस ने 2024 में अपनी सीटों की संख्या लगभग दो गुना की है. यही वजह है कि वह इशारों-इशारों में सरकार बनाने की भी बात करने लगी है. 

  • समाजवादी पार्टी: यूपी के इस राजनीतिक दल ने जो कारनाम किया है, उसने सभी को चौंकाया है. सपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में महज 5 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उसने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2019 के मुकाबले 7 गुना ज्यादा सीटें हासिल की हैं. सपा को इस बार 37 सीटों पर जीत मिली है.

  • टीएमसी: पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने वाली टीएमसी ने इस बार राज्य की 42 में से 29 सीटों पर कब्जा जमाया है. इसने बीजेपी के रथ को बंगाल में रोकने का काम किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 में टीएमसी को 22 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी को 18 सीटें हासिल हुई थीं. 

  • डीएमके: तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल डीएमके ने इंडिया गठबंधन के दक्षिण के किले को मजबूत रखा है. पार्टी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की. हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में डीएमके को 24 सीटों पर जीत मिली थी. 

  • टीडीपी: इस वक्त राजनीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा टीडीपी की हो रही है. इस बार टीडीपी 16 सीटें जीतकर किंगमेकर की भूमिका में आ गई है. 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने बहुत ही निराशानजक प्रदर्शन करते हुए महज 3 सीटों पर जीत हासिल की थी. 

  • जेडीयू: एनडीए के सहयोगी दलों में से एक जेडीयू ने इस बार 12 सीटों पर जीत हासिल की है. वह भी किंगमेकर बनकर उभरी है. बिहार में 12 सीटें जीतने वाली जेडीयू को पिछली बार 16 सीटों पर जीत मिली थी. 

  • शिवसेना (यूबीटी): शिवेसना ने जब 2019 का चुनाव लड़ा था, तो उस वक्त वह टूटी नहीं थी. हालांकि, इस बार शिवसेना (यूबीटी) ने 9 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) को 7 सीटों पर जीत मिली है. 2019 में एकजुट शिवसेना को 18 सीटों पर जीत मिली थी.

  • एनसीपी (शरद पवार गुट): एनसीपी ने भी पिछली बार जब चुनाव लड़ा था तो उसके दो धड़े नहीं थे. एनसीपी को 2019 में 5 सीटों पर जीत मिली थी. मगर इस बार एनसीपी (शरद गुट) को 8 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि एनसीपी (अजित पवार गुट) महज एक सीट जीत पाया है. 

  • एलजेपी (राम विलास): लोक जनशक्ति पार्टी को भी फूट का सामना करना पड़ा है. एलजेपी (राम विलास पासवान) पार्टी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर जीत हासिल की. पिछली बार उसे 6 सीटों पर जीत मिली थी. 


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