Election Survey 2023: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अब लगभग 400 दिन ही बचे हैं. सभी पार्टियां मैदान में ताकत झोंक रही हैं. कांग्रेस पीएम मोदी का रथ रोकने की कोशिश में लगी है. ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल भी पूरा जोर लगा रहे हैं. इस बीच एक सर्वे आया है जो ये बता रहा है कि पीएम मोदी को ममता बनर्जी और केजरीवाल से कितनी टक्कर मिल रही है.
इंडिया टुडे और सी वोटर के ताजा सर्वे में देश का मिजाज समझने की कोशिश की गई है. हर छह महीने पर होने वाले इस सर्वे का ताजा अंक जनवरी 2023 के आखिर में जारी हुआ. इसमें 1.39 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था.
PM मोदी के सामने कहां खड़ा है विपक्ष?
अरविंद केजरीवाल ने देश को विश्व गुरु बनाने की अपील के साथ ही पिछले साल 2024 के लिए मिशन की शुरुआत भी कर दी है. केजरीवाल दिल्ली के आप मॉडल को लेकर राष्ट्रीय फलक पर छाने की कोशिश में हैं. वहीं, ममता बनर्जी का भी पीएम बनने का प्रेम कोई छिपा नहीं है. उनकी ही पार्टी के कई नेता उनके पीएम बनने की काबिलियत की चर्चा करते नजर आते हैं.
सर्वे में सवाल किया गया था कि अगर विपक्षी दल एक साथ आते हैं तो क्या पीएम मोदी को चुनौती दे सकते हैं. सर्वे के नतीजे विपक्ष के लिए बुरी खबर लाए हैं. 39 फीसदी लोग ही मानते हैं कि अगर विपक्ष एकजुट हो जाता है तो पीएम मोदी को चुनौती दे सकता है. 47 प्रतिशत लोग तो यही मानते हैं कि ममता-केजरीवाल और राहुल समेत समूचा विपक्ष भी पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए के रथ को रोक नहीं पाएगा.
1 साल में कैसे बदल गई पिक्चर
हैरानी की बात तो ये है कि एक साल पहले ही विपक्ष पीएम मोदी को पटकनी देता नजर आ रहा था. जनवरी 2022 में भी इसी एजेंसी ने सर्वे किया था. तब सर्वे में 49 फीसदी लोगों ने माना था कि एकजुट विपक्ष पीएम मोदी को चुनौती दे सकता है. वहीं, 41 प्रतिशत लोगों ने इससे असहमति जताई थी.
केजरीवाल और ममता के लिए एक राहत
सर्वे में अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी के लिए राहत की बात ये है कि विपक्ष को नेतृत्व देने वाले नेता के तौर पर दोनों का ग्राफ ऊपर आया है. इसमें सबसे ज्यादा फायदा अरविंद केजरीवाल को हुआ है जो विपक्ष का नेता बनने वालों की लिस्ट में 24 फीसदी के साथ नंबर 1 हैं. जनवरी 2022 में 17 फीसदी लोग ही उन्हें विपक्ष के नेता के तौर पर देख रहे थे.
जनवरी 2022 के सर्वे में 17 फीसदी लोगों ने ममता बनर्जी में विपक्ष का नेता बनने की संभावना देखी थी, जो एक साल बाद जनवरी 2023 में बढ़कर 20 फीसदी पहुंच गई है. राहुल गांधी को विपक्षी नेता के रूप में पसंद करने वालों की संख्या भी जनवरी 2022 के 11 फीसदी के मुकाबले अब बढ़कर 13 प्रतिशत हुई है.
अगर आज हुए चुनाव तो?
सर्वे के अनुसार, अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो एनडीए 298 सीट के साथ फिर से सरकार बनाती दिख रहा है. कांग्रेस नीत यूपीए को 153 सीटें मिल रही हैं जबकि अन्य दलों को 92 सीटें मिलने की संभावना जाहिर की गई है.
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