PM Modi Visit To Kanniyakumari: विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे लंबे ध्यान सत्र के लिए पीएम मोदी गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंच गए हैं. यहां पर पीएम मोदी भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की और नौका सेवा के जरिये रॉक मेमोरियल पहुंचे और ध्यान लगाना शुरू किया.
विपक्ष लगातार इसको लेकर हमलावर है. कांग्रेस नेता उदित नारायण ने इसे प्रचार का तरीका बताया है. वहीं, अखिलेश यादव ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है.
क्या है ये अप्रत्यक्ष प्रचार?
ABP न्यूज़ पर इसको लेकर बात करते हुए प्रभु चावला ने कहा, 'प्रचार तो ये है, क्योंकि उस दिन मतदान होने हैं. अगर वोटिंग के बाद जाते तो यह प्रचार नहीं था. मजे की बात ये है कि विवेकानंद का जुड़ाव बंगाल से ज्यादा है. उस दिन वहां पर 9 सीटों पर चुनाव हो रहा है. अगर पूरा दिन उन्हें टीवी भी दिखाएंगे तो प्रचार का माध्यम तो ये है.
उन्होंने आगे कहा, आप प्रधानमंत्री को इस बात का क्रेडिट जरूर देंगे कि जब चुनाव के समय वो रणनीति बनाते हैं. उनके पास हमेशा ही कोई नया आईडिया होता है और विश्व में ऐसा कोई भी नेता नहीं हैं, जिसके पास इतने आईडिया हो.
'मतदान पर इसका पड़ेगा असर'
उन्होंने आगे कहा, सातवें चरण में बंगाल की 9 सीटों पर चुनाव हो रहा है . भले ही वो कन्याकुमारी में क्यों ना इसका असर बंगाल पर पड़ेगा. विवेकानंद बंगाल से जुड़े हैं. ऐसे में जरूर इसका असर उन्हें देखने को मिलेगा .
विपक्ष ने साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कन्याकुमारी में 45 घंटे की ध्यान साधना पर विपक्ष हमलावर है. तेजस्वी यादव ने निशाना साधते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री वहां पर ध्यान लगाने नहीं बल्कि फोटो और फिल्म बनवाने गए हैं . पिछली बार उन्हें गुफा में फोटो क्लिक कराई थी . हम आग्रह करते हैं कि अगर आप ध्यान लगाने जा रहे हैं तो ऐसी चीज़े लेकर ना, जिससे वहां बाधा उत्पन्न हो .'