(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Elections 2024: 'चार जन्म ले लेंगे तब भी सरकारी मदरसों का ख्वाब पूरा नहीं होगा', जानें हिमंत बिस्वा सरमा ने किसे दी चेतावनी
Himanta Biswa Sarma On Badruddin Ajmal: असम में CM हिमंत बिस्वा सरमा और बदरुद्दीन अजमल के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. अजमल ने राज्य में सरकारी मदरसे खोलने की बात कही है, जिस पर सरमा ने पलटवार किया है.
Himanta Biswa Sarma Reply On Madarasa Comment: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चल रहे प्रचार अभियान के बीच असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और बदरुद्दीन अजमल के बीच जुबानी जंग का दौर जारी है. शुक्रवार (3 मई) को असम के मुख्यमंत्री ने बदरुद्दीन अजमल के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें अजमल ने राज्य में सरकारी मदरसे खोलने की बात कही. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह चार बार जन्म लेंगे तब भी सरकारी मदरसों का उनका सपना सपना ही रहेगा.
एक चुनावी जनसभा में बदरुद्दीन अजमल ने सरकार बदलने पर राज्य में सरकारी मदरसे खोलना का वादा किया था. इसे लेकर राज्य में विवाद खड़ा हुआ है.
क्या कहना है असम के CM हिमंत बिस्व सरमा का?
बदरुद्दीन अजमल के बयान पर पलटवार करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बदरुद्दीन अजमल का सरकारी मदरसों का ख्वाब कभी पूरा नहीं होगा. वह चार बार जन्म लेंगे तब भी पूरा नहीं होगा. राज्य सरकार ने जो किया है वह मुस्लिम समुदाय से चर्चा के बाद किया है.
क्या है मामला?
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अजमल ने 24 अप्रैल को एक बयान में कहा था कि उनकी पार्टी असम में लगभग 750 मदरसों के बंद होने की भरपाई के लिए 700 मदरसों का निर्माण करेंगी. उन्होंने कहा था कि ये मदरसे बीजेपी के नेतृत्व वाली असम सरकार द्वारा 2023 में सभी सरकारी मदरसों को बंद करने और उन्हें पारंपरिक स्कूलों में बदलने के निर्णय के परिणामस्वरूप बंद हुए हैं. मुख्यमंत्री सरमा के प्रशासन ने लगभग 1,000 निजी मदरसों को बंद करने की ओर कदम बढ़ाया है.
बता दें कि एक दिन पहले असम के मुख्यमंत्री ने धुबरी में एक सभा को संबोधित करते हुए बदरुद्दीन अजमल पर तीखा हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि अजमल को वोट देने का मतलब है बैल से दूध की उम्मीद. उनका समय खत्म हो गया है. उन्होंने यहां से कांग्रेस उम्मीदवार पर भी निशाना साधा था.