Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नॉर्थ ईस्ट के असम में आम आदमी पार्टी (आप) नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को खुद के लिए अहम चुनावी मुद्दा मान रही है. राज्य के डिब्रूगढ़ में सोमवार (आठ अप्रैल, 2024) को यह बात आप की सीनियर नेता और दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने कही. मीडिया से वह इस दौरान बोलीं कि आप ने सीएए का मजबूती से विरोध किया है. असम में लोकसभा चुनाव के दौरान यही उसका प्रमुख मुद्दा होगा.


असम में आप उम्मीदवारों (डिब्रूगढ़ से मनोज धनोवार और सोनितपुर से ऋषिराज कौंडिन्य) के पक्ष में प्रचार करने तीन दिवसीय राज्य दौरे पर पहुंचीं आतिशी ने आगे सवाल उठाया कि जब सरकार अपने ही लोगों को नौकरी और आवास नहीं दे पा रही है ‘‘तो क्यों अन्य देशों से लोगों को लाना चाहिए और समस्या पैदा करनी चाहिए?’’ वह आगे बोलीं, ‘‘असम में लोकसभा चुनाव के दौरान यह प्रमुख मुद्दा होगा जिसे हम दो लोकसभा सीट पर प्रचार के दौरान उठाएंगे.’’


आप के लिए असम में और कौन से मुद्दे?


दिल्ली की शिक्षा मंत्री ने बताया कि उनकी पार्टी के लिए एक और बड़ा मुद्दा असम में चाय बागान श्रमिकों की मजदूरी है जो अन्य राज्यों की तुलना में बहुत कम है. दिल्ली में सबसे अधिक न्यूनतम मजदूरी है. उन्होंने कहा, ‘‘विद्यालयों और अस्पतालों की गुणवत्ता अन्य मुद्दे हैं.’’ आप नेता ने दावा किया कि पिछले कुछ सालों में असम में आठ हजार सरकारी स्कूल छात्रों के कम पंजीकरण का हवाला देकर बंद कर दिए गए. उन्होंने कहा कि छात्रों का कम पंजीकरण हुआ क्योंकि विद्यालयों की हालत दयनीय थी. राज्य के अस्पतालों में बहुत कम चिकित्सक हैं और दवाओं की उपलब्धता भी सीमित है.


CM हिमंत बिस्वा सरमा पर कही यह बात


भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार की ओर से नई योजनाओं की घोषणा पर आतिशी ने कहा कि जनता जानती है कि ये योजनाएं चुनाव के मद्देनजर लागू की गई हैं. आतिशी बोलीं, ‘‘वह (मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा) हाल में सत्ता में नहीं आए हैं. अगर वह वास्तव में महिलाओं और गरीबों के लिए कुछ करना चाहते थे तो पहले ही कर चुके होते.’’


I.N.D.I.A गठजोड़ के लिए आतिशी ने...


विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल आप की ओर से असम में दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारे जाने के सवाल पर आतिशी ने कहा कि यह ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है. उन्होंने कहा, ‘‘जब देश के बाकी हिस्सों में गठबंधन है तो यहां भी यह होना चाहिए था. फिर भी हमारे दोनों उम्मीदवार पूरे उत्साह से चुनाव लड़ रहे हैं और आप असम में खाता खुलने को लेकर आश्वस्त है.’’ आतिशी ने कहा कि असम के लोगों ने नगर निकाय चुनाव में पार्टी के प्रति भरोसा जताया था और ‘‘हम निश्चिंत हैं कि वे इस बार भी ऐसा ही करेंगे.’’


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