Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में पक्षपात करने वालों से सख्ती से निपटे, डीएम-एसपी तुरंत लें एक्शन, CEC ने अफसरों को दिए निर्देश
Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा को लेकर सीईसी राजीव कुमार 29 फरवरी से लखनऊ के 3 दिवसीय दौरे पर रहे. फर्जी चुनावी गतिविधियां करने वालोंं से सख्ती से निपटा जाए.
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को 'प्रलोभन-मुक्त' सुनिश्चित करने और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर प्रदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से पक्षपात करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने और पक्षपात करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को निर्देश जारी किए गए हैं.
सीईसी राजीव ने कहा कि सभी जिला चुनाव अधिकारियों को राजनीतिक दलों की ओर से दर्ज की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. वर्तमान में, कोई भी शिकायत लंबित नहीं है, और सभी समस्याओं का समाधान संतुष्टि पूर्वक कर दिया गया है. राजीव कुमार के साथ चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा भी मौजूद रहे.
'चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी फर्जी गतिविधियों में शामिल लोगों पर हो कार्रवाई'
मुख्य चुनाव आयुक्त आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए 29 फरवरी से राज्य की राजधानी के 3 दिवसीय दौरे पर थे. सीईसी ने अधिकारियों से धोखाधड़ी के मामलों की जांच करने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया से संबंधित फर्जी और धोखाधड़ी वाली गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
'जीपीएस ट्रैकिंग से लैस हों ईवीएम आवाजाही वाले वाहन'
सीईसी कुमार ने कहा कि इस बार डाक मतपत्रों की गिनती पहले होगी, ईवीएम की आवाजाही आधिकारिक वाहनों में होनी चाहिए और वाहनों को जीपीएस ट्रैकिंग से लैस किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं को डाक मतपत्र के जरिये अपना वोट मतदाता सुविधा केंद्र पर डालना चाहिए.
कुमार ने कहा कि चुनाव पर्यवेक्षकों के नाम और नंबर सार्वजनिक किए जाएं, ताकि सभी तक इसकी पहुंच हो सके. उन्होंने कहा कि फर्जी खबरों से निपटने के लिए जिला स्तर पर एक सोशल मीडिया प्रकोष्ठ बनाया जाएगा.
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