Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस और उसके नेताओं की टेंशन और बढ़ सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी चीफ मल्लिकार्जुन खरगे इस बार आम चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि वह इस बार राजनीतिक मैदान में ताल ठोकते नहीं नजर आएंगे. 


सूत्रों के हवाले से अंग्रेजी समाचार चैनल एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया कि हो सकता है कि मल्लिकार्जुन खरगे यह चुनाव न लड़ें. इन अटकलों के बीच पार्टी के कई नेताओं के माथे पर शिकन आ गई है. कांग्रेस अंदरखाने में कुछ नेताओं की ओर से इस बात पर जोर दिया गया कि आम चुनाव में पार्टी मुखिया के बगैर नहीं उतर सकती है. ऐसे में उन्हें आगे आकर कांग्रेस के मोर्चे का नेतृत्व करना चाहिए और चुनाव लड़ना चाहिए.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी नेताओं की इन दलीलों पर कांग्रेस चीफ की तरफ से तर्क दिया गया कि उनका निजी चुनावी अभियान में शरीक होना जरूरी नहीं है. उन्हें (मल्लिकार्जुन खरगे) चुनाव में अच्छे प्रदर्शन और बड़े नतीजे को हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए. सूत्रों की ओर से कहा गया कि मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह सिर्फ एक संसदीय क्षेत्र तक सीमित नहीं रहना चाहते. वह इसकी जगह पर पूरे देश की सीटों पर फोकस करना चाहते हैं. 


मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह भी लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं. यही वजह है कि वह कर्नाटक की गुलबर्ग सीट से दामाद राधाकृष्णन दोड्डामणि को नॉमिनेट कर सकते हैं.


कांग्रेस के चीफ दो बार कर्नाटक की गुलबर्ग सीट से जीत (साल 2009 और 2014 में) चुके हैं. हालांकि, साल 2019 में उन्हें वहां हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी के उमेश जाधव ने तब जीत हासिल की थी. मल्लिकार्जुन खरगे तब से राज्यसभा के सदस्य हैं, जहां वह विपक्ष के नेता हैं. संसद के उच्च सदन में उनका चार साल का कार्यकाल और बचा है.