Lok Sabha Elections 2024: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के चीफ सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स वाले बयान पर सियासी बवाल मच गया है. बुधवार (24 अप्रैल, 2024) को उनकी टिप्पणी की वजह से कांग्रेस को बैकफुट पर आना पड़ गया. यही वजह रही कि पार्टी ने सैम पित्रोदा के स्टेटमेंट से किनारा कर लिया. 


एबीपी न्यूज संवाददाता को इस बारे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बताया, "आपका जो जीवन है, उसमें महंगाई आई है...उसे कम करने के लिए, रोजगार दिलाने के लिए, शिक्षा के संस्थान बनाने के लिए और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं देने के लिए...आजकल मंच पर यह चर्चा नहीं होती है, जो कि अभी हो रही है. 


"सैम पित्रोदा के विचार INC का रुख नहीं"


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश बोले कि सैम पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार को नहीं दर्शाते हैं. कई बार उनके जो विचार होते हैं, वे कांग्रेस का आधिकारिक रुख नहीं होते हैं. उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना बीजेपी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर किया गया हताश प्रयास है. यह प्रयास केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है.


जयराम रमेश ने विवाद के बीच और क्या कहा?


जयराम रमेश ने आगे बताया, "सैम पित्रोदा मेरे साथ दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं. उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. सैम पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर राय जाहिर करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं. साफ तौर पर लोकतंत्र में व्यक्ति व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है."


मैनिफेस्टो में ऐसा जिक्र नहींः सुप्रिया श्रीनेत


कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "पार्टी की विचारधारा और नीतियों को कोई लेना-देना नहीं है. हमारी मैनिफेस्टो कमेटी थी और हमारे उसमें प्रबल नेता थे, जिन्होंने घोषणा-पत्र बनाया लेकिन उसमें ऐसा कोई जिक्र नहीं है." कांग्रेस के नेता उदित राज बोले, "इस चीज में अमेरिका ठीक है. इन्हें अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए अमेरिका ठीक लगता है. वहां की टैक्सेशन पॉलिसी से नफरत है और वह गलत है इसलिए अमीर बनाते जाएं और बाकी को गरीब बनाते जाएं."


PM नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता को घेरा


चुनावी मौसम में सैम पित्रोदा के बयान को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने मुद्दा बनाने की कोशिश की और उन्हें घेरा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- जिन लोगों ने पूरी कांग्रेस पार्टी को पैतृक संपत्ति मानकर बच्चों को दे दी, वे नहीं चाहते कि सामान्य भारतीय बच्चों को संपत्ति दे. कांग्रेस माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाना चाहती है. यानी कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी.



सैम पित्रोदा ने ऐसा क्या कहा, जो मचा बवाल? 


सैम पित्रोदा का ताजा बयान केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जुड़ा है. दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले कहा था कि अगर उनकी सरकार आई तो वे लोग वित्तीय और संस्थानिक सर्वे कराएंगे. वे ये भी पता लगाएंगे कि देश की दौलत किसके पास है. फिर वे ऐतिहासिक कदम उठाएंगे. वे क्रांतिकारी कदम उठाते हुए ये सुनिश्चित करेंगे कि लोगों का अधिकार उन्हें मिले. राहुल गांधी के इस बयान पर सैम पित्रोदा ने अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र किया.


इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा- अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है. सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है. संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए. अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी पर सरकार का अधिकार होता है. भारत में ऐसा कानून नहीं है. ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए. हम ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो न कि सिर्फ अमीरों के हित में.


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