Lok Sabha Elections 2024: ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख और असम की धुबरी लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने इंडिया गठबंधन का हिस्सा न होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वो इंडिया अलांयस में इसलिए नहीं शामिल हो सकते, क्योंकि उन्हें बताया गया था कि राहुल गांधी किसी टोपी पहने दाढ़ी वाले व्यक्ति को नहीं चाहते थे. इससे हिंदू वोटों पर असर पड़ेगा.


एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, असम में मौलाना बदरूद्दीन अजमल ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को डर है. इसलिए मैंने शरद पवार और नीतीश कुमार से बात की थी. उन्होंने मुझसे सीधे कहा था कि राहुल गांधी नहीं चाहते कि आप इसका हिस्सा बनें, क्योंकि इससे हिंदू वोटरों पर प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हिन्दू वोटर नहीं चाहते कि कोई दाढ़ी वाला और टोपी पहनने वाला व्यक्ति इसका हिस्सा बने. बदरूद्दीन अजमल ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि इस लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन को मेरी जरूरत पड़ेगी. 


मुस्लिम वोटरों पर मौलाना बदरुद्दीन अजमल का है प्रभाव


दरअसल, असम में लोकसभा चुनाव तीसरे चरण में होने हैं. इस बीच धुबरी लोकसभा सीट से तीन बार के सांसद और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख मौलाना बदरुद्दीन अजमल फिर से मैदान में हैं. उनका असम के मुस्लिम वोटरों पर काफी प्रभाव है और वह पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और यहां तक ​​कि यूपीए में भी सहयोगी थे, लेकिन इस बार उन्हें कांग्रेस से चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.


चुनाव जीतने पर खोलेंगे 700 मदरसे- बदरुद्दीन अजमल


असम में मुस्लिम राजनीति के संस्थापक के रूप में देखे जाने वाले मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने धुबरी लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव जीतने पर 700 मदरसे बनाने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि मैंने धुबरी के लिए जो किया, कांग्रेस 100 साल में नहीं कर सकती. मैं हमेशा विपक्ष में रहा हूं, सत्ता में नहीं. फिर भी मैंने 15 साल तक प्रदर्शन किया है. अजमल ने कहा कि असम के लोगों को नदी का कटाव, साफ पीने का पानी और बेहतर शिक्षा दिलाना ही इस बार मेरी पहली प्राथमिकता हैं.


अजमल फाउंडेशन में पढ़ने वाले आधे बच्चे हिंदू


मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का हाथ टूट गया है. उन्होंने कहा कि मेरी सीट पर सत्ता विरोधी लहर हो सकती है. मैं अपने काम के प्रदर्शन के आधार पर चुनाव लड़ रहा हूं. मौलाना अजमल ने कहा कि मेरे अजमल फाउंडेशन में पढ़ने वाले आधे बच्चे हिंदू हैं. फिर भी वे मुझे सांप्रदायिक कहते हैं. अजमल ने बताया कि इस बार थोड़ा गुस्से में हूं. मगर, हमारे कार्यकर्ता आत्मविश्वास में है.


4 जून को होगी वोटों की गिनती


धुबरी लोकसभा सीट पर एआईयूडीएफ के उम्मीदवार मौलाना बदरुद्दीन अजमल हैं जबकि कांग्रेस से रकीबुल हुसैन और एनडीए-सहयोगी असम गण परिषद पार्टी के जावेद इस्लाम के बीच त्रिकोणीय लड़ाई के आसार नजर आ रहे हैं. बता दें कि, असम में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को चुनाव होंगे और वोटों की गिनती 4 जून को होगी.


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