Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के इस रण में वार-पलटवार का दौर जारी है. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष पर हमला कर रहे हैं तो विपक्ष भी उनके हमलों का जवाब दे रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर को निशाने पर लिया.


प्रियंका गांधी वाड्रा ने कर्नाटक के चित्रदुर्ग में रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि ''देश के सबसे बड़े नेता ने नैतिकता छोड़ दी है, लोगों के सामने नाटक करते हैं और सच्चाई के रास्ते पर नहीं चलते हैं. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की 'मंगलसूत्र' वाली टिप्पणी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारा धर्म हमें दूसरे धर्मों को नीची नजर से देखने के लिए नहीं कहता है. उन्होंने कहा कि एक मुसलमान कभी भी हिंदू महिलाओं का मंगलसूत्र नहीं छीन सकता है.


क्या कहा प्रियंका गांधी ने?


चित्रदुर्ग में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाकर, उनके बैंक खाते जब्त करके और दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डालकर उन्हें कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब कोई नेता खड़ा होता था तो देश की जनता उससे नैतिकता की उम्मीद करती थी लेकिन आज देश का "सबसे बड़ा नेता" नैतिकता छोड़ कर आपके सामने नाटक करता है.


BJP ने 10 सालों में देश को किया गुमराह- प्रियंका गांधी


उन्होंने आगे कहा कि एक समय था जब हम उम्मीद करते थे कि हमारे नेता सच्चाई पर चलेंगे. हालांकि, आज देश का सबसे बड़ा नेता अपना रसूख, अपना गौरव और अपनी प्रसिद्धि दिखाने के लिए बाहर जाता है, लेकिन सच्चाई के रास्ते पर नहीं चलता है. कांग्रेस नेता ने इलेक्ट्रॉल बांड पर कहा कि जिन कंपनियों पर छापे मारे गए, उन्होंने बीजेपी को चंदा दिया और फिर उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए गए.


उन्होंने आरोप लगाया कि अब यह साफ हो गया है कि कैसे नोटबंदी के जरिए काले धन को सफेद किया गया और फिर इसे बीजेपी के खाते में जमा किया गया. प्रियंका ने कहा कि जो कंपनियां 100 करोड़ रुपये भी कमाने में असमर्थ थीं, उन्होंने बीजेपी को चुनावी बांड योजना के तहत 1,100 करोड़ रुपये का दान कैसे दिया. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया है कि विपक्ष को भ्रष्ट कहकर निशाना बनाया जाता है लेकिन वास्तविकता यह है कि बीजेपी भ्रष्ट है और उसने पिछले 10 सालों में देश को गुमराह किया है.


कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आपको उन लोगों की बात ध्यान से सुननी चाहिए जो संविधान को बदलने की बात करते हैं क्योंकि इसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ेगा.


मुसलमान कभी भी मंगलसूत्र नहीं छीन सकता- फारूक अब्दुल्ला


उधर, पीएम मोदी की 'मंगलसूत्र' वाली टिप्पणी को लेकर उन पर तीखा हमला करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि "हमारा धर्म हमें दूसरे धर्मों को नीची नजर से देखने के लिए नहीं कहता है. एक मुसलमान कभी भी मंगलसूत्र नहीं छीन सकता." फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पीएम ने ऐसी बात कही.'


मीडिया से बातचीत के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हमारा धर्म इस्लाम हमें सभी के साथ समान व्यवहार करने के लिए कहता है. हमारा धर्म हमें दूसरे धर्मों को नीची नजर से देखने के लिए नहीं कहता है. यह हमें अन्य धर्मों का सम्मान करने के लिए कहता है. उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं होगा कि कोई मुसलमान किसी हिंदू मां या बहन का मंगलसूत्र छीन ले. अगर कोई ऐसा करता है तो वह मुसलमान नहीं है. वह इस्लाम को नहीं समझता है.


पीएम मोदी के बयान पर सिसायसी घमासान


बता दें कि, बीते रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस का घोषणापत्र कहता है कि वे माताओं और बहनों के साथ सोने का हिसाब लेंगे और फिर उस संपत्ति को वितरित करेंगे. वे इसे किसको वितरित करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है.


अब्दुल्ला ने कहा, "इस्लाम किसी भी धर्म के प्रति अनादर का उपदेश नहीं देता है. इस्लाम मुझे सिखाता है कि यदि आप एक व्यक्ति को मारते हैं, तो ध्यान रखें, आपने मानवता को मार डाला है. मैं भी एक मुस्लिम हूं और कुरान मुझे हिंदुओं से नफरत करना नहीं सिखाता है.  मैं हिंदुओं से उतना ही प्यार करता हूं जितना सिखों और मुसलमानों से करता हूं. मुझे लगता है जब वे प्रगति करेंगे, हम भी प्रगति करेंगे और यह देश भी प्रगति करेगा."


2047 के बारे में चिंतित क्यों हैं मोदी- फारुख अब्दुला


फारुख अब्दुला ने बीजेपी के 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के एजेंडे पर कहा कि पूरे देश में एक ही चुनाव कराना संभव नहीं है क्योंकि 28 राज्यों में से प्रत्येक राज्य अलग-अलग हैं. दूसरे, वे कह रहे हैं कि वे संविधान बदलना चाहते हैं. वे केवल एक चुनाव चाहते हैं और फिर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरह आजीवन पीएम बने रहना चाहते हैं. जब तक वह जीवित हैं तब तक पद पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि नहीं तो मुझे बताएं कि वे 2047 के बारे में चिंतित क्यों हैं. क्या वे 2047 तक रहेंगे? उन्होंने योजना बनाई है कि वे कोई चुनाव नहीं चाहते हैं, वे सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं. 


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