Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों को लेकर 'इंडिया गठबंधन' के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय नहीं हो पाया है. इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सोमवार (19 फरवरी) को 11 उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट से साफ है कि राष्ट्रीय लोकदल के साथ उनका कोई गठबंधन नहीं बचा है. यह वो सीटें हैं जिनको सपा गठबंधन के तहत आरएलडी को देने वाली थी.
अखिलेश यादव इससे पहले भी 'इंडिया गठबंधन' से बिना सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के सीटों को लेकर ऐलान करते रहे हैं. इसके साथ ही सोमवार को अमेठी में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल नहीं होना भी बड़े संकेत दे रहा है.
माना जा रहा है कि अखिलेश यादव चाहते हैं कि राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने से पहले तय यूपी की सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच बंटवारा फाइनल हो जाए. सपा सुप्रीमो ने पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर आश्वासन दिया था कि राहुल गांधी की अमेठी या रायबरेली की यात्रा में वो शामिल होंगे.
समाजवादी पार्टी कर चुकी 27 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान
अखिलेश यादव ने पिछले माह जनवरी में भी 'इंडिया गठबंधन' दल के अपने सबसे बड़े सहयोगी कांग्रेस से बिना सलाह मशविरा किए 16 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था. वहीं, अब 11 लोकसभा सीटों पर ऐलान कर चौंका दिया है.
इसके पीछे एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है कि कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से ज्यादा सीटों की मांग की है. इस मसले को कोई खास तव्वजो ना देते हुए समाजवादी पार्टी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को ऐलान करने में जुटी है.
यूपी की प्रतापगढ़ सीट से भी सपा प्रत्याशी की हुई घोषणा
हैरान करने वाली बात यह है कि यूपी की प्रतापगढ़ सीट से समाजवादी पार्टी ने एसपी सिंह पटेल के नाम का ऐलान भी कर दिया है. जबकि राहुल गांधी आज इस संसदीय क्षेत्र में भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. अमेठी यात्रा में समाजवादी पार्टी चीफ के शामिल होने की पूरी संभावना थी, लेकिन वह नहीं हुए. सियासी जानकारों का मानना है कि यूपी में सपा अपना दबदबा कांग्रेस को इस तरह से दिखाना चाह रही है.
विधानसभा चुनाव में सपा ने हासिल की थीं 111 सीटों पर जीत
सीट शेयरिंग के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी कांग्रेस को बता देना चाहती है कि यहां पर उसका पूरा दबदबा है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी को 403 सीटों में से 111 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि कांग्रेस को मात्र 2 सीट पर ही विजय मिली थी. वहीं, बहुजन समाज पार्टी सिर्फ 1 सीट पर ही जीत पाई थी. इससे साफ नजर आ रहा है कि समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव 2002 में अकेली ऐसी पार्टी थी जिसने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी.
2019 के लोकसभा चुनाव में सपा को मिली थी 5 सीटों पर जीत
इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग मुद्दे को लेकर मामला यहां भी फंसा है कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 2019 के चुनावों में समाजवादी पार्टी मात्र 5 सीट जीत पायी थी, लेकिन 2024 के चुनाव में वह 65 सीट गठबंधन के नाते मांग रही है. वहीं, एक सीट पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस 25 सीटों पर दावेदारी ठोक रही है. इस सबके चलते समाजवादी पार्टी चरणबद्ध तरीके से अपने स्तर पर पार्टी प्रत्याशियों के नामों को ऐलान करने में जुटी है.
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