VD Satheesan letter to ECI: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही इलेक्शन के दौरान दी जाने वाली ‘घर से मतदान’ (वोट फ्रॉम होम) की सुविधा को लेकर सवाल उठाए गए हैं. दक्षिण भारत के केरल में नेता प्रतिपक्ष ने इस सिलसिले में चुनाव आयोग (ईसी) को चिट्ठी लिखी है. वी डी सतीशन ने ईसी से मांग की है कि लोकसभा चुनाव 2024 में सीनियर सिटिजंस (वरिष्ठ नागरिकों) और दिव्यांगों के लिए घोषित वोट फ्रॉम होम सुविधा के संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए उपाय किए जाएं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय कौल को बुधवार (27 मार्च, 2024) को भेजे गए पत्र में सीनियर कांग्रेस नेता ने अनुरोध किया कि 85 साल और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के साथ दिव्यांग श्रेणी के लोगों के लिए ‘घर से मतदान’ सुविधा के संबंध में शिकायतों और चिंताओं का समाधान किया जाए.
वी डी सतीशन ने क्या किया है दावा?
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने दावा किया कि साल 2021 के विधानसभा चुनाव में इस सुविधा का व्यापक दुरुपयोग किया गया था. उन्होंने इस दौरान सुझाव दिया कि किसी भी विसंगति से बचने के लिए घर से मतदान करने वालों की उम्र सत्यापित करने के लिए चुनाव पहचान पत्र को एकमात्र प्रामाणिक दस्तावेज मानने के बजाय आधार सहित अन्य पहचान दस्तावेजों को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए.
पहली बार दी जाएगी 'वोट फ्रॉम होम' सुविधा
लोकसभा चुनाव को सबके लिए सहज और सरल बनाने के मकसद से चुनाव आयोग (ईसी) ने इस बार विशेष व्यवस्था की है. आम चुनाव के इतिहास में पहली बार ईसी ने वोट फ्रॉम होम (घर से वोट डालने की सुविधा) को लेकर ऐलान किया था. ईसी की ओर से बताया गया था कि इस बार दिव्यांग लोग और 85 साल व उससे अधिक उम्र के लोग घर से ही मतदान कर सकेंगे. ईसी के इस फैसले की वजह से 85 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिक और 88.4 लाख दिव्यांगजन पोस्टल बैलट के जरिए घर से मतदान कर सकेंगे.
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