2024 की सियासी जंग हुई दिलचस्प... लगातार बढ़ रहा NDA का कुनबा, विपक्षी दल भी बेंगलुरु में दिखाएंगे अपनी ताकत
Lok Sabha Election: 2024 के चुनाव के पहले एनडीए और विपक्षी दलों की ताकत लगातार बढ़ती नजर आ रही है. दोनों ही 18 जुलाई को होनी वाली बैठक में शक्ति प्रदर्शन करेंगे.
Lok Sabha Election: देश में अगले हफ्ते सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी दलों के बीच बड़ा राजनीतिक टकराव देखने को मिलेगा. 18 जुलाई को एक तरफ एनडीए तो दूसरी तरफ कई विपक्षी दल अपनी ताकत का शक्ति प्रदर्शन करेंगे. इससे पहले एनडीए और विपक्षी पार्टियां, दोनों ही अगले साल के आम चुनावों से पहले संख्या बल बढ़ाने में जुटे हुए हैं.
एनडीए ने मंगलवार (18 जुलाई) को नई दिल्ली में एक मेगा बैठक की घोषणा की है. उम्मीद है कि लगभग 30 दल गठबंधन का समर्थन दोहराएंगे. वहीं, इसी दिन 24 विपक्षी दल अपने मतभेदों को दूर कर एक प्रस्ताव पेश करने के लिए बेंगलुरु में बैठक करेंगे. 20 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले विपक्षी दलों ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
अशोक होटल में होगी NDA की बैठक
एनडीए की बैठक की अध्यक्षता बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. अपने गठबंधन सहयोगियों के अलावा, बीजेपी ने कई नए सहयोगियों और कुछ पूर्व सहयोगियों को भी बैठक में आमंत्रित किया है. ये बैठक 18 जुलाई की शाम को दिल्ली के अशोक होटल में होनी है.
बिहार से चार नेताओं को आमंत्रण
इस बैठक में बिहार से चार नेताओं को बुलाया गया है. इसमें लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र सिंह कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी शामिल हैं. इनकी पार्टियों को एनडीए में शामिल किया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश से इस पार्टी का मिला साथ
वहीं, अखिलेश यादव की पूर्व सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर ने रविवार (16 जुलाई) को एनडीए में फिर से शामिल होने की घोषणा की. वहीं, मऊ जिले के घोसी से समाजवादी पार्टी के विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार (15 जुलाई) को उत्तर प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए.
इन पार्टियों के साथ गठबंधन नहीं करेगी बीजेपी
काफी अटकलों के बाद भी एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी और बादल परिवार के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल एनडीए का हिस्सा नहीं होंगी. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी इन पार्टियों के साथ गठबंधन नहीं करेगी. इसकी पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने और आंध्र प्रदेश में पवन कल्याण की जनसेना पार्टी के साथ गठबंधन करने की योजना है.
एनडीए में फिलहाल ये 24 पार्टियां शामिल
एनडीए में वर्तमान में 24 पार्टियां शामिल हैं. इनमें बीजेपी, एआईएडीएमके, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी), एनडीपीपी (नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी), एसकेएम (सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा), जेजेपी (जननायक जनता पार्टी), आईएमकेएमके (इंडिया मक्कल कालवी मुनेत्र कड़गम), आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन), आरपीआई (रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया), एमएनएफ (मिजो नेशनल फ्रंट), टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस) शामिल हैं.
इनके अलावा एनडीए में आईपीएफटी (त्रिपुरा), बीपीपी (बोडो पीपुल्स पार्टी), पीएमके (पाटली मक्कल कच्ची), एमजीपी (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी), अपना दल, एजीपी (असम गण परिषद), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, निषाद पार्टी, यूपीपीएल (यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल), एआईआरएनसी (ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस पुडुचेरी), शिरोमणि अकाली दल सयुंक्त (ढींढसा) और जनसेना (पवन कल्याण) शामिल हैं
NDA गठबंधन में नए सदस्य
वहीं, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार गुट), लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास), एचएएम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा), आरएलएसपी (राष्ट्रीय लोक समता पार्टी), वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी), और ओम प्रकाश राजभर की एसबीएसपी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी)सत्तारूढ़ गठबंधन में नए सदस्य होंगे.
विपक्षी दल बढ़ा रहे कुनबा
वहीं, कांग्रेस रविवार (16 जुलाई) को दिल्ली की नौकरशाही पर नियंत्रण वापस लेने वाले विवादास्पद केंद्रीय आदेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी के अभियान के समर्थन में सामने आ गई है. अब विपक्षी बैठक को मजबूती मिलने की संभावना और बढ़ गई है. विपक्ष भी बीजेपी के खिलाफ कुनबे को बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है. कांग्रेस (Congress) ने दो और छोटी पार्टियों को इस बैठक का न्यौता भेजा है.
ये भी पढ़ें: