Lok Sabha Elections 2024: चुनाव से पहले अशोक सिंघल का CAA पर बड़ा दावा! कह दी यह बात
Lok Sabha Elections 2024: असम के मंत्री के अनुसार, चुनावी तारीखें आने के बाद से वह कई निर्वाचन क्षेत्रों में गए, जहां लोगों ने उनसे कभी सीएए के बारे में बात नहीं की थी.
Ashok Singhal on CAA: नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर असम के सिंचाई मंत्री अशोक सिंघल ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में मतदाताओं के बीच इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं है. बुधवार (10 अप्रैल, 2024) को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान वह बोले, "चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद से मैं राज्य के कई निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं. लोगों ने मुझसे कभी सीएए के बारे में बात नहीं की बल्कि वे विकास के बारे में बात कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुशासन के कारण चुनाव में मुद्दे बदल गए हैं."
अशोक सिंघल के अनुसार, बीजेपी के शासन मॉडल को समाज के सभी वर्गों ने स्वीकार लिया है. हमारे शासन मॉडल के कारण सभी जाति और धर्म के लोग भाजपा का समर्थन कर रहे हैं. विपक्ष के आरोपों और दावों (हिमंता बिस्वा सरमा सरकार राज्य में मुसलमानों के एक वर्ग को निशाना बनाने के लिए मदरसों को बंद करने, विशिष्ट इलाकों में बेदखली अभियान चलाने आदि जैसे कई काम कर रही है) का सिरे से खंडन करते हुए वह आगे बोले कि राज्य सरकार ने समाज के किसी भी वर्ग के साथ कोई भेदभाव नहीं किया है. हमारी सरकार का लक्ष्य सभी को लाभार्थी योजनाओं में शामिल करना है.
"गौरव गोगोई जोहराट सीट पर बीजेपी के लिए नहीं हैं कोई चुनौती"
बीजेपी नेता ने इस दौरान यह भी दावा किया- गौरव गोगोई असम में जोरहाट लोकसभा सीट पर बीजेपी के लिए चुनौती नहीं हैं. केवल कुछ लोग गौरव गोगोई के बारे में बात कर रहे हैं. मैं जोरहाट और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में जा रहा हूं. मेरा विश्वास करें, वह बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं खड़ी कर सकते हैं. जोरहाट में बीजेपी के उम्मीदवार तपन गोगोई आसान अंतर से जीत रहे हैं.
CAA को लेकर दो दिन पहले क्या बोले थे CM हिमंत बिस्व सरमा?
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने इससे पहले सीएए का विरोध करने वालों पर सोमवार को हमला किया था. उन्होंने कहा था कि राज्य में अब तक सिर्फ एक व्यक्ति ने नए कानून के तहत नागरिकता के लिए आवेदन किया है. सीएम इस दौरान पत्रकारों से बोले थे, “सीएए लागू हुए कई दिन बीत चुके हैं पर आज तक असम से केवल एक व्यक्ति ने सीएए की ओर से निर्धारित प्रावधानों के तहत नागरिकता के लिए आवेदन किया है.”
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