FIR Against Dilip Ghosh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार दिलीप घोष की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उनके खिलाफ दुर्गापुर में एक और एफआईआर दर्ज की गई है. ये शिकायत काजल दास नाम की महिला ने दर्ज कराई है. दुर्गापुर थाने में उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 504 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
काजल दास ने अपनी शिकायत में लिखा, "यह मुझे चिंतित करता है और एक महिला होने के नाते मुझे चिंता होती है कि दिलीप घोष जैसा कोई व्यक्ति एक सीएम का अपमान कैसे कर सकता है और इस तरह के बयानों से बच सकता है." दरअसल, दिलीप घोष का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पिता को लेकर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि ममता बनर्जी तय करें कि वो किसकी बेटी हैं.
चुनाव आयोग में की गई शिकायत, बीजेपी ने भी मांगा जवाब
मामले लेकर दिलीप घोष चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं. एक तरफ जहां बीजेपी ने नोटिस जारी किया है तो वहीं टीएमसी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग में भी की है. टीएमसी का कहना है कि बीजेपी नेता दिलीप घोष की व्यक्तिगत टिप्पणी आदर्श आचार संहिता के खिलाफ है. इस पर इलेक्शन कमीशन ने उन्हें नोटिस भी भेज दिया. वहीं, बीजेपी ने नोटिस जारी करते हुए कहा, “आपकी (दिलीप घोष) टिप्पणी अशोभनीय, असंसदीय और हमारी पार्टी की परंपरा के खिलाफ है. पार्टी इस तरह की टिप्पणियों की निंदा करती है.” साथ ही पार्टी ने उनके स्पष्टीकरण भी मांगा है.
क्या कहा था दिलीप घोष ने?
दिलीप घोष का जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें वो ये कहते हुए सुनाई पड़ते हैं, “दीदी गोवा जाती हैं तो कहती हैं कि वो गोवा की बेटी हैं, फिर त्रिपुरा जाती हैं तो कहती हैं कि मैं त्रिपुरा की बेटी हूं. पहले तय कर लें कि आपका पिता कौन है. सिर्फ किसी की बेटी बनना अच्छा नहीं है.”