Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में भले ही इंडिया गठबंधन को बहुमत ना मिला हो, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर से मजबूती के साथ उभरी है. इस लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने 2019 में सिर्फ 52 सीटों पर ही जीत हासिल की थी. इस जीत में राहुल गांधी की बड़ी भूमिका मानी जा रही है. 


इस बार राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने अपनी सीटें लगभग डबल कर ली है. कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान 99 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस की इस सफलता के पीछे राहुल गांधी का बहुत बड़ा हाथ रहा है. ऐसे में आइये जानते हैं कि उन्होंने इस बार कैसे को कांग्रेस को आगे किया: 


सामाजिक न्याय के मुद्दों को उठाया 


अपनी यात्रा और भाषण के दौरान राहुल गांधी ने बार-बार सामजिक न्याय की बात की. उन्होंने जाति जनगणना मुद्दा, 90% भागेदारी और न्यायपत्र जैसे मुद्दों पर बात की. इसका असर जमीन पर भी देखने को मिला. 


समानता के लिए लड़ाई 


राहुल गांधी ने कहा था, 'यह मेरे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि मेरे जीवन का मकसद है राजनीति में समझौता हो सकता है, लेकिन जीवन के मकसद में कोई समझौता नहीं हो सकता. हमारे प्यारे भारत में निष्पक्षता, समानता और न्याय सुनिश्चित करना मेरे जीवन का मकसद हैं और मैं इसके लिए प्रतिबद्ध हूं.'


राहुल गांधी की न्याय यात्रा 


राहुल गांधी ने वर्ष 2022 -2023 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4,000 किमी से अधिक की पैदल यात्रा की. इसके बाद मणिपुर से मुंबई तक की यात्रा की . इस यात्रा के दौरान उन्होंने लोगों से बात की और लोगों के सामने विचारों को रखा. जिसका असर चुनावों में भी देखने को मिला. 


कांग्रेस पार्टी का पुनरुद्धार


राहुल गांधी ने इस दौरना पार्टी को फिर से खड़े होने भी मदद की. उन्होंने पार्टी में कुछ बदलाव भी किये. इसके अलावा उन्होंने खुद भी माना की पार्टी में बदलाव की जरूरत है. लखनऊ में उन्होंने कहा था, 'सच्चाई ये भी है की कांग्रेस पार्टी को भी आने वाले समय में अपनी राजनीति को बदलना होगा ! ये करना पड़ेग. '


कार्यकर्ताओं में जोश भरना 


अपनी इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में भी जोश भरा. कार्यकर्ताओं के जोश की वजह से पार्टी को और आगे जाने में मदद मिली. 


किसानों के मुद्दों को उठाना 


किसान के मुद्दों को भी राहुल गांधी ने उठाया. फार्मिंग लॉ के खिलाफ जब किसान प्रदर्शन कर रहे थे तो उन्होंने जाकर किसानों से बात की. इस दौरान उन्होंने किसानों के भरोसे को जीता. अपनी इस यात्राओं के दौरान वो लोगों से भी जुड़े रहे. सोशल मीडिया पर भी इसका असर देखने को मिला.


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