राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को कितना फायदा, क्या खरगे पर है लोगों का विश्वास? सर्वे में सामने आया सच
Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जनता सियासी मिजाज जानने के लिए हुए इस सर्वे में सामने आया है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं.
Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' अपने अंतिम दौर में है. 30 जनवरी को श्रीनगर में इसका समापन हो जाएगा, लेकिन इस यात्रा का कांग्रेस को कोई फायदा मिलता नहीं दिख रहा है. इतनी ही नहीं, बीते साल कांग्रेस अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खरगे भी लोगों की उम्मीदों पर कुछ खास खरे उतरते नहीं दिख रहे हैं. दरअसल, ये तमाम बातें एक सर्वे में निकल कर सामने आई हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जनता सियासी मिजाज जानने के लिए हुए सी-वोटर और इंडिया टुडे के एक सर्वे में सामने आया है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं. वहीं, इस सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव होते हैं तो देश में एक बार फिर बीजेपी नीत एनडीए सरकार की वापसी की संभावना है.
भारत जोड़ो यात्रा से चुनाव जीतने में नहीं मिलेगी मदद?
सी-वोटर और इंडिया टुडे के इस सर्वे में भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ा सवाल लोगों से पूछा गया था. जिसके जवाब में 37 फीसदी लोगों ने माना कि यात्रा ने सियासी माहौल बनाने में मदद की, लेकिन यह चुनाव जीतने में मदद साबित नहीं कर पाएगी. 29 फीसदी लोगों ने बताया कि बड़े स्तर पर लोगों से जुड़ने का ये अच्छी तरीका है. 13 फीसदी लोगों का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा महज राहुल गांधी की छवि को बदलने और फिर से बनाने की कोशिश है. वहीं, 9 फीसदी का कहना है कि इस यात्रा से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा.
विपक्ष का नेता बनने में भी चूके राहुल गांधी?
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए लंबे समय से कांग्रेस लगातार विपक्षी एकता को लेकर कोशिशें कर रही है. हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद कांग्रेस सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में कामयाब नहीं हो सकी है. वहीं, इस सर्वे में एकजुट विपक्ष के नेतृत्व के सवाल पर लोगों ने राहुल गांधी से ज्यादा भरोसा दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल पर जताया है.
सर्वे के मुताबिक, विपक्ष के नेतृत्व के लिए अरविंद केजरीवाल को सही नेता मानने वाले 24 फीसदी लोग हैं. इसके बाद 20 फीसदी लोगों का विश्वास पश्चिम बंगाल सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर नजर आता है. वहीं, महज 13 फीसदी लोगों ने ही विपक्ष के सही नेता के तौर पर राहुल गांधी को सही माना है.
कांग्रेस में सुधार की गुंजाइश खरगे के भरोसे नहीं?
इंडिया टुडे और सी वोटर के सर्वे में लोगों से पूछा गया कि कांग्रेस में कौन सुधार ला सकता है. जिसके जवाब में 26 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया. वहीं, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के नाम पर भी 16 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया. इतना ही नहीं, सर्वे में 12 फीसदी लोगों ने मनमोहन सिंह को भी कांग्रेस में सुधार लाने के लिए उपयुक्त माना. वहीं, आठ फीसदी लोग प्रियंका गांधी के पक्ष में भी नजर आए. इन तमाम नामों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भरोसा जताने वालों में केवल तीन फीसदी लोग ही दिखे.
किसे मिलेंगी कितनी सीटें?
सर्वे के मुताबिक, अगर आज चुनाव होते हैं तो एनडीए को 298, यूपीए को 153 और अन्य को 92 सीटें मिल सकती हैं. सर्वे के अनुसार बीजेपी नीत एनडीए सरकार आसानी से वापसी करती दिखाई पड़ रही है.
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