VK Singh On Rahul Gandhi: केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार आलोचना करते आ रहे हैं. इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने इसका मुद्दा भी उठाया और कहा कि अगर I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनी तो इसके कूड़ेदान में फेंक देंगे. मामले पर केंद्रीय मंत्री और थल सेना के पूर्व अध्यक्ष वीके सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को पहले सेना की सेवा करनी चाहिए.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वीके सिंह ने कहा, “मैं राहुल गांधी को सलाह देना चाहता हूं कि उन्हें पहले भारतीय सेना में काम करना चाहिए और फिर अग्निवीर योजना के बारे में कोई बयान देना चाहिए. अगर वह सेना को नहीं जानते हैं तो कुछ भी कहना सही नहीं है.” नरेंद्र मोदी सरकार ने 2022 में सशस्त्र बलों में युवाओं को कम समय के लिए शामिल करने के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की थी.
क्या है ये योजना
यह योजना साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल की अवधि के लिए भर्ती करने का प्रावधान करती है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 सालों के लिए सेना में भर्ती होने का प्रावधान है. हालांकि कांग्रेस सहित विपक्षी दल इस योजना के खिलाफ आक्रामक रूप से अभियान चला रहे हैं, यहां तक कि I.N.D.I.A गठबंधन ने सत्ता में आने पर इसे खत्म करने का वादा भी किया है.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
22 मई को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया था कि केंद्र भारत के सैनिकों को 'मजदूर' बना रहा है. उन्होंने कहा, “आपके दिल, खून और डीएनए में देशभक्ति है. नरेंद्र मोदी जी ने पहली बार भारत के सैनिकों को मजदूर बना दिया है. उनका (पीएम मोदी) कहना है कि देश के लिए जान कुर्बान करने वाले सैनिक दो तरह के होंगे. एक सामान्य जवान या अधिकारी है जिसके परिवार को पेंशन, दर्जा और अन्य सभी सुविधाएं मिलेंगी. दूसरा, एक गरीब परिवार का बेटा जिसका नाम अग्निवीर है. इस अग्निवीर को न तो 'शहीद' का दर्जा मिलेगा और न ही उसे कोई पेंशन या कोई अन्य सुविधा मिलेगी.”
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कहा, “सेना यह योजना नहीं चाहती. यह योजना पीएमओ की ओर से थोपी गई है. इंडिया ब्लॉक सरकार सत्ता में आएगी और सबसे पहले हम इस अग्निवीर योजना को कूड़ेदान में फेंक देंगे.''