West Bengal Lok Sabha Elections 2024 Second Phase: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दूसरे चरण के मतदान की तैयारियां पूरे देश में पूरी हो चुकी हैं. देशभर में 13 राज्यों की 89 सीटों में से पश्चिम बंगाल की तीन लोकसभा सीटों रायगंज, बालुरघाट और दार्जिलिंग में शुक्रवार (26 अप्रैल) को वोटिंग होगी.


पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार समेत 47 उम्मीदवारों की किस्मत दूसरे चरण के चुनाव में ईवीएम में बंद हो जाएगी. तीनों लोकसभा क्षेत्रों रायगंज, दार्जिलिंग और बालुरघाट में बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं. तीन निर्वाचन क्षेत्रों में से, उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज निर्वाचन क्षेत्र की संवेदनशीलता के कारण वहां विशेष फोकस रहेगा.


इतनी संख्या में तैनात हैं केंद्रीय बलों के जवान


पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के रिकॉर्ड के अनुसार, फिलहाल केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 299 कंपनियां पश्चिम बंगाल में हैं, जिनमें से 272 कंपनियां शुक्रवार को तीन निर्वाचन क्षेत्रों के लिए तैनात की जाएंगी. बाकी को रिजर्व में रखा जाएगा. सीएपीएफ को 12 हजार 983 राज्य पुलिस कर्मियों की ओर से सहायता दी जाएगी. रायगंज में सीएपीएफ की सबसे अधिक 111 कंपनियों की अलॉटमेंट है, इसके बाद दार्जिलिंग में 88 कंपनियों और बालुरघाट में 73 कंपनियों की अलॉटमेंट है. मतदान शुक्रवार सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम 6 बजे तक चलेगा.


बंगाल में चुनावी हिंसा की वजह से बड़ी संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती


दरअसल पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा का पुराना रिकॉर्ड रहा है. 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान जमकर हिंसा हुई थी और मतदान के परिणाम के बाद राज्य भर में कथित तौर पर 63 बीजेपी कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके पहले 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग वाले दिन एक तरफ जहां पूरे देश में लगभग शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग हुई थी, वहीं पश्चिम बंगाल के कूचबिहार और जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र में दिनभर मारपीट और हिंसा की घटनाएं होती रहीं. आयोग के पास उस दिन जितनी शिकायतें दर्ज हुई थीं, उनमें से अधिकतर पुलिस के खिलाफ थीं. विपक्षी दलों ने शांतिपूर्वक और निष्पक्ष चुनाव के लिए अधिक से अधिक केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है, जिसे चुनाव आयोग ने स्वीकार किया है.
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में अधिक संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बंगाल पर कब्जा करने के लिए सात चरणों में चुनाव और बड़ी संख्या में केंद्रीय दलों की तैनाती की गई है.


रायगंज लोकसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग की विशेष निगरानी 


रायगंज में इस बार बीजेपी के उम्मीदवार कार्तिक पॉल हैं, जिन्होंने निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा लोकसभा सदस्य देवश्री चौधरी का स्थान लिया है. वह इस बार कोलकाता दक्षिण सीट से चुनाव लड़ रही हैं. पॉल के निकटतम प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस के कृष्णा कल्याणी और कांग्रेस के अली इमरान रम्ज़ उर्फ ​​विक्टर हैं. इस बार रायगंज में कुल 20 उम्मीदवार हैं, जिनमें से 19 पुरुष और एक महिला हैं. शुक्रवार को जिन तीन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, उनमें रायगंज में सबसे अधिक 418 संवेदनशील बूथ हैं.


दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र में क्या है राजनीतिक स्थिति ?


दार्जिलिंग में तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व नौकरशाह गोपाल लामा, बीजेपी ने मौजूदा सांसद राजू बिष्ट और कांग्रेस ने मुनीष तमांग को मैदान में उतारा है. कर्सियांग विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के मौजूदा विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा को टिकट नहीं मिलने पर वे इस बार दार्जिलिंग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. दार्जिलिंग में इस बार कुल 14 उम्मीदवार हैं, जिनमें से 12 पुरुष और दो महिलाएं हैं. दार्जिलिंग में संवेदनशील बूथों की संख्या 408 है.


बालुरघाट में प्रदेश BJP अध्यक्ष की किस्मत दांव पर


बालुरघाट में बीजेपी के मौजूदा लोकसभा सांसद और राज्य पार्टी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ मुख्य प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस के राज्य मंत्री बिप्लब मित्रा और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के जॉयदेब सिद्धांत हैं. इस बार बालुरघाट में कुल 13 उम्मीदवार हैं और सभी पुरुष हैं. बालुरघाट में संवेदनशील बूथों की संख्या 308 है.


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