Himanta Biswa Sarma on Gaurav Gogoi: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के ईद समारोह में शामिल होकर नमाज अदा करने पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का विरोध करने वाले कांग्रेस सांसद नमाज पढ़ रहे हैं. यह उनकी धार्मिक ईमानदारी पर सवाल है. 


हिमंत बिस्व सरमा ने बताया कि जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तो कांग्रेस नेता उदासीन थे. वह विरोध कर रहे थे. अब ईद में शामिल होकर नमाज पढ़ रहे हैं. यह उत्साह राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय उनमें क्यों नहीं था? मुझे पता है कि गौरव गोगोई ने नमाज पढ़ना कहां से सीखा (कांग्रेस के संदर्भ में) है. 


"राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के समय तो वह..."


मीडिया से बात करते हुए असम सीएम बोले, "अखिल गोगोई और गौरव गोगोई ने शिवसागर में नमाज अदा की और गौरव को पता है कि नमाज कैसे पढ़ी जाती है. वह बेहतर जानते हैं कि उन्होंने इसे कहां से सीखा है. जब राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तब गौरव गोगोई, राहुल गांधी के साथ मिलकर असम के नगांव में समारोह के खिलाफ विरोध कर रहे थे.


तुष्टिकरण से नहीं हल होगी समस्या- असम CM 


हिमंत बिस्व सरमा ने यह भी कहा- असम के मुसलमानों की समस्याएं तुष्टीकरण के जरिए हल नहीं की जा सकती हैं. इन्हें सिर्फ राज्य सरकार की ओर से नौकरियां दे कर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए बाल विवाह के खिलाफ तैयार करके हल किया जा सकता है.


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