Lok Sabha Elections 2024: भाई जगन से पिता की विरासत छीनने का बना लिया शर्मिला ने पूरा प्लान! YSR की सीट से ही ठोक दी चुनावी ताल
Andhra Pradesh Election 2024: वाईएस शर्मिला का सीधा मुकाबला उनके सगे भाई से नहीं है, लेकिन अविनाश रेड्डी को जगन मोहन का पूरा समर्थन है, जिनके खिलाफ शर्मिला चुनाव लड़ रही हैं.
Andhra Pradesh Polls 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी शर्मिला अपने ही भाई के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. आंध्र प्रदेश की कडापा सीट पर कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है. इसी सीट पर YSR कांग्रेस पार्टी अविनाश रेड्डी को टिकट दे चुकी है. शर्मिला रेड्डी के चचेरे भाई अविनाश रेड्डी कडापा सीट से मौजूदा सांसद हैं और एक बार फिर पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है. अविनाश के पास जगन मोहन रेड्डी का पूरा समर्थन है. ऐसे में शर्मिला अपने दोनों भाइयों के खिलाफ जाकर पिता की विरासत अपने नाम करने का प्लान बना चुकी हैं.
कडापा सीट 4 दशक से वाईएस परिवार का गढ़ रही है. यहां से शर्मिला और जगन मोहन के पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी 4 बार सांसद रहे थे. इसके बाद पुलिवेंदुला सीट से विधायक बनकर वह नेता प्रतिपक्ष भी रहे थे.
इसी साल कांग्रेस में शामिल हुईं थी शर्मिला
YSR कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाली शर्मिला रेड्डी इसी साल जनवरी के महीन में कांग्रेस में शामिल हुई थीं और इसके बाद उन्हें आंध्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बनाया गया. अब उन्हें कडापा सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनाया गया है. इस सीट पर रेड्डी वोटर निर्णायक भूमिका में हैं. इसी वजह से सभी पार्टियां यहां रेड्डी समुदाय के प्रत्याशी को ही टिकट दे रही हैं.
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए आंध्र प्रदेश में उम्मीदवारों की पहली सूची में 5 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. शर्मिला के अलावा कुरनूल से राम पुलैया यादव, बपटला से जेडी सीलम, राजमुंद्री से गिडुगू रूद्र राजू और ककिंदा से पालम राजू को टिकट दिया है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं जगन मोहन रेड्डी
जगन मोहन रेड्डी आंध्र प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री हैं. वह YSR कांग्रेस पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं. कांग्रेस पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले जगन मोहन कडापा सीट से 2009 में सांसद बने थे. हेलीकॉप्टर क्रैश में पिता के निधन के बाद वह कांग्रेस छोड़कर अलग हो गए और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बनाई. 2014 में उनकी पार्टी को 67 सीटें मिली और वह राज्य में नेता प्रतिपक्ष के रूप में रहे. 2019 में 151 सीट जीतकर उनकी पार्टी सत्ता में आ गई.
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