Lok Sabha Elections Result 2024: NDA या इंडिया गठबंधन.... अबकी बार देश में किसकी सरकार बनेगी. इस बात जवाब NDA और इंडिया अलायंस की बैठक के बाद मिल जाएगा. क्योंकि इस बार किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. जिस वजह से देश में एक बार फिर गठबंधन सरकार बनने के आसार है. हालांकि, लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद आंध्र प्रदेश की क्षेत्रीय दल के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू किंगमेकर की भूमिका में है.


दरअसल, चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने लोकसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा है. टीडीपी को आंध्र प्रदेश में 16 सीटों पर जीत मिली है. अगर NDA गठबंधन की बात करें तो बीजेपी के बाद टीडीपी दूसरा सबसे बड़ा दल है. इसके बाद नीतीश कुमार की जेडीयू का नंबर आता है, जिसे 12 सीटों पर जीत मिली है.


क्यों जरूरी है चंद्रबाबू नायडू परिवार


आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में टीडीपी को मिली भारी जीत के बाद टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने परिवार के साथ जश्न मनाया. ये जीत चंद्रबाबू नायडू के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नायडू परिवार को चुनाव से पहले मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. पिछले साल 2023 सितंबर में चंद्रबाबू नायडू को स्किल डेवलेपमेंट घोटाले में आंध्र प्रदेश सीआईडी ने गिरफ्तार किया था. छह महीने तक जेल में रहने के बाद वह रिहा हुए और इस दौरान उनकी पत्नी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर मुलाकात की. जिनकी चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी की खबरें सुनने के बाद मौत हो गई थी. 


आंध्र प्रदेश में चला नायडू का जादू


इस बार के चुनाव में नायडू ने खुद को फिर से राजनीतिक रूप से साबित किया. उन्होंने चुनाव से पहले बीजेपी और पवन कल्याण सेना की पार्टी के साथ राज्य में गठबंधन किया. नायडू को अपनी गिरफ्तारी और सत्ता विरोधी लहर का फायदा मिला. उनकी पार्टी को आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभी सीटों में से 135 सीटों पर जीत मिली. जबकि 8 पर BJP और 21 सीटों पर जनसेना पार्टी ने जीत हासिल की. NDA गठबंधन 144 सीटों पर जीत हुई है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों में से 21 पर एनडीए ने बाजी मारी है.


नायडू के नाम कीर्तिमान


चंद्रबाबू नायडू के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो वह आंध्र प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं. उन्होंने 13 साल 247 दिन तक मुख्यमंत्री का पद संभाला है. इसके अलावा 1996 और 1998 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने संयुक्त मोर्चा का नेतृत्व किया. साथ ही 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार को समर्थन देने से पहले वह संयुक्त मोर्चा के संयोजक भी थे. नायडू राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक भी रहे हैं. हालांकि, 2014 में NDA की सत्ता में वापसी के बाद वह कुछ समय के लिए दूर हो गए थे.


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