Pratap Simha Reaction: लोकसभा की सुरक्षा में सेंध मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर है. इस बीच बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने रविवार (24 दिसंबर) को गद्दार वाले पोस्टर पर बयान दिया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता तय करेगी कि वे देशभक्त हैं या गद्दार हैं. संसद भवन के अंदर घुसने वाले दो आरोपी सागर शर्मा और मरनोरंजन डी को प्रताप सिम्हा के ऑफिस से विजिटर पास जारी किए गए थे. 


भगवान पर छोड़ा फैसला- प्रताप सिम्हा


कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कर्रवाई की मांग की थी. इस मामले में पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्होंने यह फैसला भगवान और अपने समर्थकों पर छोड़ दिया है कि वह देशद्रोही हैं या नहीं. 


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "प्रताप सिम्हा गद्दार है या फिर देशभक्त, इसका फैसला मैसुरु की पहाड़ियों पर विराजमान मां चामुंडेश्वरी, ब्रह्मागिरी पर विराजमान मां देवी कावेरी तय करेंगी. पिछले साढ़े नौ वर्षों से मेरा काम देख रही मैसुरु और कोडगु की जनता धर्म और राष्ट्रवाद से संबंधित मुद्दों पर 2024 में लोकसभा चुनाव में वोट देने के समय करेगी."


गद्दार वाले पोस्टर पर बोले बीजेपी सांसद


गद्दार बताने वाले पोस्टर को लेकर उन्होंने कहा, "सिर्फ जनता ही फैसला सुनाएगी. मैंने उनके फैसले पर सब कुछ छोड़ दिया है. मुझे इस पर कुछ और नहीं कहना है." इस मामले को दिल्ली पुलिस ने सांसद प्रताप सिम्हा के बयान दर्ज करने की भी बात कही थी.


संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को कहा था कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले की जांच के तहत प्रताप सिम्हा का बयान भी दर्ज किया गया है. संसद की सुरक्षा में सेंध मामले को लेकर अब तक कुल सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 


संसद की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर पूरा विपक्ष सदन में पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बयान की मांग कह रहा था. हंगामे की वजह से स्पीकर ने लोकसभा और राज्यसभा से कुल 146 सांसदों को सस्पेंड कर दिया. 


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