Lok Sabha Speaker: स्पीकर, डिप्टी स्पीकर को लेकर फंस न जाए गेम! BJP के मास्टरप्लान पर इंडिया क्या हो जाएगा हावी, समझें
Lok Sabha Speaker Election: स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के पद लिए सरकार और विपक्ष के बीच खींचतान चल रही है. कांग्रेस ने डिप्टी स्पीकर का पद मांगा है.
18th Lok Sabha First Session: नई सरकार बनने के बाद 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून यानी आज से शुरू हो रहा है. इस दौरान PM नरेंद्र मोदी के साथ नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे. जबकि स्पीकर पद के लिए चुनाव भी होगा.
इस चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है, जबकि कांग्रेस भी काउंटर अटैक के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है. स्पीकर पद के लिए होने वाले चुनाव के लिए कई नाम निकल सामने आ रहे हैं.
भर्तृहरि महताब बने हैं प्रोटेम स्पीकर
18वीं लोकसभा में बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर चुना गया है. ये चुनाव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत किया गया है. भर्तृहरि महताब के नाम पर विपक्ष बीजेपी पर हमलवार है. विपक्ष का कहना है कि कटक से चुन कर आए भर्तृहरि महताब सिर्फ सात बार के लोकसभा सांसद हैं. जबकि केरल की मवेलीकारा सीट से चुनकर आए के सुरेश आठवीं बार सांसद बने हैं इसलिए वरिष्ठता के आधार पर उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए.
सामने आ रहे हैं कई नाम
स्पीकर पद के लिए अभी डी. पुरंदेश्वरी, राधा मोहन सिंह और भर्तृहरि महताब के नाम पर चर्चा की खबर है. इसके अलावा कोटा लोकसभा क्षेत्र से जीत कर आए ओम बिरला का नाम फिर से आगे आ रहा है. अगर बीजेपी ने भृर्तहरि महताब स्पीकर बनते हैं तो वो स्पीकर पोस्ट पर बैठने वाले चौथे प्रोटेम स्पीकर होंगे. उनसे पहले गणेश वासुदेव मावलंकर,हुकुम सिंह और सोमनाथ चटर्जी भी प्रोटेम स्पीकर बनने के बाद स्पीकर बने थे.
लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर सहमति बनाने की जिम्मेदारी राजनाथ सिंह को सौंपी गई है. 18 जून को इसी सिलसिले में रक्षा मंत्री के घर पर BJP और सहयोगी दलों के नेताओं की बड़ी मीटिंग हुई थी. BJP ने अपने सहयोगियों से सुझाव भी मांगे हैं लेकिन आखिरी फैसला उनका ही होगा.
कांग्रेस ने की ये मांग
कांग्रेस का कहना है कि अगर उन्हें डिप्टी स्पीकर की पोस्ट नहीं दी गई तो विपक्ष स्पीकर के पद के लिए अपना प्रत्याशी खड़ा कर सकता है. अगर ऐसा हुआ तो यह आजाद भारत में पहली बार होगा. दल बदल कानून के बाद से स्पीकर की भूमिका कई मायने में अहम हो जाती है.
बता दें कि नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होगा. 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण होगा. वह अगले पांच साल के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा पेश करेंगी. इसके बाद दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी और संभवतः 2 जुलाई को राज्यसभा और 3 जुलाई को लोकसभा में प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देंगे.
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