Lok Sabha Speaker Election Live: स्पीकर चुने गए ओम बिरला, PM मोदी ने बताया रिकॉर्ड, राहुल-अखिलेश ने दी बधाई
Lok Sabha Speaker Election Live Updates: ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा के स्पीकर बन गए हैं. वे कोटा से तीन बार के सांसद हैं. बिरला ध्वनिमत से स्पीकर चुने गए.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल की लोकसभा में निंदा करते हुए बुधवार को एक प्रस्ताव पढ़ा और कहा कि वह कालखंड काले अध्याय के रूप में दर्ज है, जब देश में तानाशाही थोप दी गई थी, लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया था और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया गया था. इस दौरान सदन में कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया और नारेबाजी की.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ओम बिरला को स्पीकर बनने की बधाई दी. आपके पास 5 साल का अनुभव रहा है. मैं आपको अपने सभी सांसदों की तरफ से बधाई देता हूं. लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में आप हर सदस्य को बराबरी का मौका और सम्मान देंगे.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर बनने पर ओम बिरला को बधाई दी. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, सरकार के पास नंबर हैं. लेकिन विपक्ष भी भारत की जनता की आवाज है. राहुल ने कहा, यह बहुत जरूरी है कि विपक्ष की आवाज को भी सदन में उठाने की अनुमति दी जाए. राहुल ने कहा, विपक्ष आपके काम में आपकी सहायता करना चाहेगा, मुझे विश्वास है कि आप हमें सदन में बोलने की अनुमति देंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम सबको विश्वास है कि आने वाले 5 साल आप हम सबका मार्गदर्शन करेंगे. हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सदृश होता है. दूसरी बार स्पीकर का कार्यभार मिलना, नए-नए रिकॉर्ड बनते देख रहे हैं. बलराम जाखड़ जी को पांच साल का कार्यकाल पूर्ण करने के बाद स्पीकर का दायित्व फिर से मिला था. इनके बाद आप हैं जिसे ये अवसर मिला है. आप जीतकर के आए हैं.''
ओम बिरला को स्पीकर चुने जाने पर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी. उन्होंने कहा, ''मैं पूरे सदन को बधाई देता हूं. हम सभी का विश्वास है कि आने वाले पांच साल में आप हमारा मार्गदर्शन करेंगे.आपके चेहरे की मीठी मीठी मुस्कान सदन को भी खुश रखती है.'' पीएम मोदी ने कहा, 18वीं लोकसभा में स्पीकर का पद दूसरी बार संभालना ये अपने आप में रिकॉर्ड बन गया है.
ओम बिरला को लोकसभा का स्पीकर चुन लिया गया है. पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था. इसका NDA के सांसदों ने ध्वनिमत से समर्थन किया.
विपक्षी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर पद के लिए के सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा.
पीएम मोदी के प्रस्ताव पर जदयू के ललन सिंह, अनुप्रिया पटेल, चिराग पासवान समेत एनडीए के सहयोगी दलों ने समर्थन किया. इसके अलावा बीजेपी के तमाम सांसदों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
पीएम मोदी ने स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा. राजनाथ सिंह, जदयू के सांसद लल्लन सिंह ने प्रस्ताव का समर्थन किया.
लोकसभा की कार्रवाई शुरू हो गई है. थोड़ी देर में लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा. पीएम मोदी स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखेंगे. ओम बिरला के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने के सुरेश को उतारा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद पहुंच गए हैं. राजनाथ सिंह ने कहा, स्पीकर पद का चुनाव होगा. नतीजों का इंतजार कीजिए.
एनडीए के स्पीकर पद के उम्मीदवार ओम बिरला अपने घर से पूजा करके लोकसभा के लिए रवाना हो गए. आज स्पीकर पद के लिए चुनाव होना है. ओम बिरला का मुकाबला विपक्ष के उम्मीदवार के सुरेश से है.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर चुनाव से पहले विपक्ष से बड़ी अपील की. उन्होंने कहा, हम कांग्रेस पार्टी से अपील करते हैं कि वे स्पीकर का चुनाव न लड़ें. हमारे पास संख्या है. स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति से होना चाहिए.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, स्पीकर का चुनाव हो रहा है, इसकी जिम्मेदार बीजेपी है. बीजेपी की सत्ता की चाहत, लोकतंत्र को बुलडोज करना. उसकी जो नीत और नियत है, उसकी वजह से चुनाव हो रहा है. नहीं तो परंपरा का पालन होता. स्पीकर का पद बीजेपी को ज्यादा और डिप्टी स्पीकर का पद जाता कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के पास. लेकिन बीजेपी लोकतंत्र में कहां विश्वास करती है. उसने इस परंपरा को तोड़ा. इसलिए हम इसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे हैं. हम इस तरह से उन्हें जीतकर नहीं जाने देंगे.
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए INDIA गठबंधन के उम्मीदवार कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने वोटिंग से पहले कहा, ''नंबर कोई मुद्दा नहीं है बल्कि एकमात्र मुद्दा परंपरा है. सत्तारूढ़ पार्टी NDA ने परंपरा को तोड़ा है. इसलिए हम (चुनाव) लड़ रहे हैं."
लोकसभा स्पीकर पद के लिए बुधवार को चुनाव होने वाले हैं. 1976 के बाद पहली बार स्पीकर के लिए चुनाव हो रहे हैं. स्वतंत्र भारत में लोकसभा स्पीकर पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए हैं.
लोकसभा स्पीकर पद के लिए बुधवार को चुनाव होने वाले हैं. 1976 के बाद पहली बार स्पीकर के लिए चुनाव हो रहे हैं. स्वतंत्र भारत में लोकसभा स्पीकर पद के लिए केवल तीन बार 1952, 1967 और 1976 में चुनाव हुए हैं.
टीएमसी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के सुरेश को स्पीकर चुनाव में समर्थन करने वाली है. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी उनसे सलाह लिए बगैर विपक्ष के उम्मीदवार के नाम के ऐलान पर नाराज नजर आ रही थीं.
लोकसभा स्पीकर पद के लिए इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार और कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा, "सरकार ने इंडिया गठबंधन को चुनाव लड़ने पर मजबूर किया है. हम लोग चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, लेकिन जब सरकार ने इंडिया गठबंधन खासतौर पर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से संपर्क किया तो हमने डिप्टी स्पीकर का पद मांगा. उस समय हमें कोई आश्वासन नहीं दिया गया. कल (मंगलवार, 25 जून) भी हमें 11.30 बजे तक कोई आश्वासन नहीं दिया गया."
उन्होंने कहा, "उन्होंने (एनडीए नेतृत्व) कहा कि पहले आप स्पीकर चुनाव में सपोर्ट करिए, फिर हम डिप्टी स्पीकर पर चर्चा करेंगे. उनका जवाब संतोषपूर्ण नहीं था. इसी वजह से हमारे नेताओं ने स्पीकर चुनाव लड़ने का फैसला किया. यह चुनाव एनडीए नेतृत्व का अड़ियल रुख है. अन्यथा, इसे टाला जा सकता था. वे विपक्ष के साथ सहयोग करने के लिए तैयार नहीं हैं. वे डिप्टी स्पीकर पद के लिए विपक्षी दल को मौका देने के लिए तैयार नहीं हैं. इसीलिए ये चुनाव आज हो रहा है, लेकिन इस चुनाव की पूरी जिम्मेदारी एनडीए नेतृत्व की है."
लोकसभा स्पीकर का चुनाव बुधवार (26 जून) को होने वाला है. इसके लिए सुबह 11 बजे से वोटिंग करवाई जाएगी. एनडीए की तरफ से ओम बिरला स्पीकर चुनाव मैदान में हैं, जबकि इंडिया गठबंधन ने के सुरेश को उम्मीदवार बनाया है.
लोकसभा स्पीकर का चुनाव बुधवार (26 जून) को होने वाला है. इसके लिए सुबह 11 बजे से वोटिंग करवाई जाएगी. एनडीए की तरफ से ओम बिरला स्पीकर चुनाव मैदान में हैं, जबकि इंडिया गठबंधन ने के सुरेश को उम्मीदवार बनाया है.
स्पीकर चुनाव को लेकर टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रुख पर सस्पेंस बना हुआ है. सूत्रों का दावा है कि ममता सुबह 9.30 बजे कांग्रेस को अपना फैसला बताएंगी. बिना बात किए उम्मीदवार उतारने से वह नाराज हैं. ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जिसके उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस सांसद के सुरेश को मैदान में उतारा गया है.
स्पीकर चुनाव को लेकर टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रुख पर सस्पेंस बना हुआ है. सूत्रों का दावा है कि ममता सुबह 9.30 बजे कांग्रेस को अपना फैसला बताएंगी. बिना बात किए उम्मीदवार उतारने से वह नाराज हैं. ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जिसके उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस सांसद के सुरेश को मैदान में उतारा गया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद भवन स्थित कार्यालय में विपक्ष की ओर से कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और डीएमके के टी आर बालू ने सिंह, गृह मंत्री अमित शाह तथा स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से स्पीकर पद आम-सहमति बनाने के उद्देश्य से बातचीत की. मगर दोनों पक्ष अपने रुख पर अड़े रहे और कोई नतीजा नहीं निकला. विपक्ष की मांग थी कि स्पीकर पद पर समर्थन तभी दिया जाएगा, जब डिप्टी स्पीकर पद उसे मिलता है.
लोकसभा स्पीकर पद के लिए एनडीए की तरफ से बीजेपी सांसद ओम बिरला मैदान में हैं. उधर कांग्रेस सांसद के सुरेश को इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर स्पीकर चुनाव के लिए मैदान में उतारा गया है. संख्याबल सत्ता पक्ष यानी एनडीए की ओर है. हालांकि, विपक्ष एकता को दिखाना चाहता है.
बैकग्राउंड
Parliament Speaker Election Live : कोटा से बीजेपी सांसद ओम बिरला बुधवार को लोकसभा के स्पीकर चुने गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पीकर पद के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा. इसका एनडीए के सहयोगी दलों के सांसदों ने समर्थन किया. उधर, विपक्षी सांसदों ने स्पीकर पद के लिए के सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा. लेकिन ध्वनिमत से ओम बिरला को अध्यक्ष चुन लिया गया. ओम बिरला लगातार दूसरी बार स्पीकर चुने गए.
लोकसभा स्पीकर पद के लिए एनडीए की तरफ से बीजेपी सांसद ओम बिरला और कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश के बीच मुकाबला था. बिरला और सुरेश ने मंगलवार को एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया के उम्मीदवारों के तौर पर अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया था. ओम बिरला लोकसभा के पूर्व स्पीकर भी रह चुके हैं. वह राजस्थान के कोटा से तीन बार के सांसद हैं, जबकि के सुरेश केरल की मावेलीकारा सीट से आठ बार के सांसद हैं.
स्पीकर पद के चुनाव में उतरने का फैसला विपक्ष की तरफ से अंतिम समय में लिया गया. इंडिया गठबंधन की शर्त थी कि एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला के समर्थन के बदले विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद दिया जाए. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे स्वीकार नहीं किया, जिसके बाद चुनाव का ऐलान हुआ.
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