आईबी की रिपोर्ट पर सुरक्षा तय करता है गृह मंत्रालय
बता दें कि इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की सुरक्षा मिली हुई थी. दरअसल गृह मंत्रालय थ्रेट परसेप्शन के आधार पर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट पर सुरक्षा तय करता है.
जेड श्रेणी की सुरक्षा में कौन-कौन शामिल होते हैं?
जेड श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं. इसमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो व स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं.
भारत में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानें
दरअसल भारत में सुरक्षा व्यवस्था को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है. जेड प्लस (Z+), (उच्चतम स्तर); जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X) श्रेणी. सरकार इस बात का निर्णय ले सकती है कि इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा देनी है. सरकार खतरे के आधार पर यह वीआईपी सुरक्षा प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद, नौकरशाह, पूर्व नौकरशाह, जज, पूर्व जज, बिजनेसमैन, क्रिकेटर, फिल्मी कलाकार, साधु-संत या आम नागरिक किसी को भी दे सकती है.
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