नई दिल्ली: लोकसभा की कार्यवाही पिछले दो दिनों से विपक्ष के हंगामे और धक्का-मुक्की की वजह से बाधित हो रही है. सोमवार को यह बजट सत्र के दूसरे हिस्से की कार्यवाही शुरू हुई तब विपक्ष में दिल्ली हिंसा को लेकर चर्चा की मांग की और सदन की कार्यवाही हंगामे की वजह से दो बार स्थगित हुई. वहीं आज कांग्रेस सांसदों के हंगामे से व्यथित होकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया. बिरला ने मौन रह कर अपना विरोध प्रकट किया.


इससे पहले सोमवार को हंगामे के बीच लोकसभा में सरकार ने विवाद से विश्वास बिल पेश कर दिया. इसी दौरान जब इस बिल पर चर्चा के लिए संजय जायसवाल बोलने के लिए खड़े हुए तो कांग्रेस के सांसद रणदीप सिंह बिट्टू, गौरव गोगोई और हिबी ईडन ने धक्कामुक्की करने की कोशिश की. उसके बाद हाउस को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया.


सदन में हुई धक्कामुक्की के बाद बीजेपी सांसद संजय जायसवाल और दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कांग्रेस सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की बात कही. रमेश बिधूड़ी ने कहा "कांग्रेस सांसद सदन में गुंडागर्दी कर रहे हैं और उनको कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की शह मिली हुई है"


इसके बाद मंगलवार को भी जब कार्यवाही शुरू हुई तो बीजेपी सांसद संगीता सिंह देव के साथ धक्का-मुक्की करने की कोशिश की गई. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही फिर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. लोकसभा में हो रही है इन कार्यवाही को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "जिस तरह से सदन की कार्यवाही चल रही है उसके बाद सदन की कार्यवाही चलाना बेहद मुश्किल और दुख भरा है."


सदन में बीजेपी सांसद संगीता सिंह देव के साथ धक्कामुक्की हुई तो उनके हाथ में नाखून के निशान भी लगे थे और वह दिखाते हुए संगीता सिंह देव ने कहा, "उनके साथ धक्कामुक्की करने की कोशिश की गई जब वह पीछे कर रही थी तो स्मृति ईरानी ने उन्हें गिरने से बचाया सदन में जो माहौल है वह बेहद डरावना है और इस सब के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है."


वहीं बुधवार की सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपनी कुर्सी पर नहीं थे. सदन की कार्यवाही चलाने के लिए गुजरात से सांसद किरीट सोलंकी लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर नजर आए और इसकी वजह थी कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दो दिनों से सदन में चल रहे हंगामे की वजह से बेहद व्यथित थे. यह कहा जा सकता है कि लोकसभा अध्यक्ष ने मौन रहकर सदन की कार्यवाही में बाधा डालने वालों के खिलाफ विरोध जताया है.


ये भी पढ़ें


निर्भया के हत्यारों को 18 या 19 मार्च को हो सकती है फांसी, दोषियों के पास अब खत्म हो चुके हैं सभी विकल्प

क्रिप्टो करेंसी को देश में मिली व्यापार की मंजूरी, जानें आप कैसे कर सकते हैं ट्रेडिंग?