नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने हैदराबाद में हुई घटना के बाद अपना दुख जताया. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी दल के सदस्यों ने मुझे अपनी भावनाओं से अवगत कराया है. ऐसी घटनाएं और अपराध हमें चिंतित भी करते हैं और आहत भी करते हैं.


उन्होंने कहा कि देश के किसी भी राज्य में अगर ऐसी घटना होती है तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए. ऐसी घटनाओं की किसी भी राज्य में पुनरावृति नहीं हो इसके लिए सदन चिंतित है. ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए कठोर से कठोर कानून बनाए गए हैं. आवश्यकता होगी तो सदन की सहमति से पुनर्विचार भी करेंगे. उन्होंने कहा कि सदन के सभी सदस्य एक स्वर में इस घटना की निंदा करते हैं.


वहीं राज्य सभा सांसद सोनल मानसिंह ने कहा कि अगर मैं ऐसे दोषियों के खिलाफ फांसी की बात करूंगी तो लोग मेरे ऊपर टूट पड़ेंगे कि उनके मानव अधिकार का क्या हुआ. फांसी कैसे दी जा सकती है, लेकिन एक महिला की इज्जत लूट कर उसको जला देना फिर उस महिला के मानव अधिकार का क्या हुआ. जब तक दोषियों को तय वक्त में कड़ी से कड़ी सजा नहीं मिलेगी तब तक देश में कुछ भी नहीं बदलेगा. उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ा कानून बनाने की आवश्यकता है.


नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी राज्य या सरकार नहीं चाहती है कि उसके राज्य में ऐसी घटना घटे. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''हमने बहुत कानून बनाए लेकिन कभी-कभी सिर्फ कानून बनाने से ही समस्या हल नहीं होती. इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए पूरे समाज को खड़ा होना होगा.''


आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पीड़िता के परिवार को जल्द न्याय दिलाने की बात कही और महिला सुरक्षा के लिए कदम उठाने के लिए भी कहा. संजय सिंह ने कहा, ''इस मामले में न्याय में देरी ना हो, बलात्कार के मामलों में निश्चित समयसीमा में फास्ट ट्रैक कोर्ट के अंदर सुनवाई हो और जल्द से जल्द सजा का प्रावधान किया जाए.'' उन्होंने कहा कि निर्भया के दोषियों को अब तक सजा नहीं हुई है, इस मामले में समय पर कार्रवाई होनी चाहिए.


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