Om Birla Meeting: लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल तक स्थगित होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने बैठक की. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी शामिल हुए.गौरतलब है कि मानसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के शोर-शराबे की वजह से पूरे सत्र में सदन में कामकाज बाधित रहा और सिर्फ 22 फीसदी काम हुआ.


लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पीएम मोदी और अमित शाह ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की भेंट. ये मुलाकात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कक्ष में हुई. सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस, अकाली दल, वाईएसआरसीपी, बीजू जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी पहुंचे स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे.






लोकसभा अध्यक्ष ने किया सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि चर्चा और संवाद से ही जनता का कल्याण होगा. चर्चा से ही जनता के आभाव दूर हो सकते हैं.


इससे पहले ओम बिरला ने सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘सदन में कामकाज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा.’’ उन्होंने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका.


लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 फीसदी कार्य निष्पादन रहा.’’ उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान (127वां संशोधन) विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए. चार नये सदस्यों ने शपथ ली. उन्होंने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाये.


ओम बिरला ने कहा कि इस दौरान विभिन्न स्थायी समितियों ने 60 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये, 22 मंत्रियों ने वक्तव्य दिये और काफी संख्या में पत्र सभापटल पर रखे गए. उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान अनेक वित्तीय एवं विधायी कार्य निष्पादित किये गए. इससे पहले बिरला ने सदन को चार पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी दी और उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के वक्तव्य के बाद वंदे मातरम की धुन बजाई गयी और सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. 


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