Lok Sabha Speaker: चंद्रबाबू नायडू को I.N.D.I.A. गठबंधन ने ऐसी क्या दे दी सलाह, जिस पर मच गया सियासी कोहराम? जानें
Lok Sabha Speaker Post: लोकसभा स्पीकर पद को लेकर इंडिया गठबंधन ने टीडीपी और जदयू को नसीहत दी है कि पार्टी बचानी है तो लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखें.
INDIA Alliance: लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बन चुकी है. 24 जून से संसद का सत्र भी शुरू हो जाएगा. सभी सांसदों की शपथ के बाद सबसे बड़ा काम होगा लोकसभा स्पीकर पद का चुनाव. सरकार के बहुमत में होने से लोकसभा स्पीकर का पद सत्ता पक्ष और डिप्टी स्पीकर विपक्ष को देने की परंपरा रही है. दोनों की सहमति बनने से इन दोनों पदों पर नियुक्ति की जाती है, लेकिन अगर सहमति नहीं बनी तो चुनाव होते हैं. इस बात का खुलासा 26 जून को हो ही जाएगा. इसी दिन नए स्पीकर चार्ज भी लेंगे.
यह बात बड़ी तेजी से फैल रही है कि भाजपा ने अपने गठबंधन के साथियों को बुरी तरह से ठग दिया है. जहां टीडीपी के 16 सांसद हैं तो वहीं उनको एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री का पद मिला है. ठीक उसी प्रकार से जदयू को भी एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री का पद मिला.
हालांकि, पहले दिन से यह बात उड़ रही है कि चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी से लोकसभा स्पीकर का पद मांगा है. बता दें कि जब अटल बिहारी वाजपेई सरकार चला रहे थे तब भी टीडीपी के बालयोगी लोकसभा स्पीकर हुआ करते थे. वही चंद्रबाबू नायडू नीतीश कुमार को लगातार यह बात समझ रहे हैं कि समर्थन के बदले उन्हें स्पीकर पर अपने पास रखना चाहिए, इस सरकार पर दबाव बना रहेगा.
INDIA गठबंधन ने दी नसीहत
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत में एक्स पर पोस्ट करते हुए बीजेपी को नसीहत दे दी कि अगर कुछ गड़बड़ नहीं करनी है तो एनडीए की पुरानी परंपरा के तहत लोकसभा स्पीकर का पद सहयोगी दलों को देना चाहिए. वहीं आदित्य ठाकरे ने भी बिना मांगे टीडीपी और जदयू को सलाह दे दी की पार्टी बचानी है तो लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखें. अब यह तय करना टीडीपी और जदयू का काम है कि वह इंडिया गठबंधन से सलाह लेंगे या नहीं. हालांकि भाजपा पूरा जोर लगाएगी कि स्पीकर पद उसी का हो. कहा जाता है कि जिसका स्पीकर उसी की सरकार.
पीएम के इटली से लौटने के बाद लिया जाएगा फैसला
2014 में जब भाजपा की सरकार बनी तो सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर के पद पर थीं तो वहीं मोदी सरकार 2.0 में ओम बिरला इस पद पर थे, लेकिन 2014 और 2019 जैसी पकड़ इस बार भाजपा के पास नहीं है और इसलिए यह कयास लगाए जा रहे थे कि टीडीपी द्वारा भाजपा से लोकसभा स्पीकर का पद मांगा गया है. हालांकि भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों का कहना है कि किसी भी पार्टी के द्वारा ऐसी कोई मांग नहीं की गई है. मगर बीजेपी किसको लोकसभा स्पीकर बनाएगी यह तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इटली दौरे के बाद ही पता चलेगा.
टी पुरंदेश्वरी के नाम की हो रही चर्चा
वैसे तो इस पद के लिए टी पुरंदेश्वरी के नाम की चर्चा हो रही है, जो कि आंध्र प्रदेश की भाजपा अध्यक्ष है. टी पुरंदेश्वरी भले ही भाजपा की अध्यक्ष हो लेकिन परिवार तो उनका चंद्रबाबू नायडू का ही है. वह चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन है. भारतीय जनता पार्टी ने पुरंदेश्वरी का नाम आगे बढ़ाया तो चंद्रबाबू नायडू विरोध नहीं कर पाएंगे और यदि नायडू ने पुरंदेश्वरी का नाम दिया तो भाजपा मना नहीं कर पाएगी.
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