AAP-Congress Fight: पंजाब के बाद अब चंडीगढ़ पहुंचा AAP और कांग्रेस का झगड़ा, इसलिए दोनों दल ठोक रहे टिकट पर अपना दावा
Election News: चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर जहां AAP यह कहते हुए दावा कर रही है कि उसके वोट शेयर यहां तेजी से बढ़े हैं, तो वहीं कांग्रेस इसे पार्टी का गढ़ बताते हुए सीट मांग रही है. अभी यह सीट BJP के पास है.
Congress-AAP Fight for Ticket: बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस की अगुवाई में बने I.N.D.I.A गठबंधन में आम आदमी पार्टी भी शामिल है. लेकिन इन दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर कई राज्यों में खींचतान चल रही है. नया झगड़ा चंडीगढ़ में सामने आया है. चंडीगढ़ लोकसभा सीट के लिए दोनों ही दल दावा कर रहे हैं. कांग्रेस ने AAP को चुनाव से बाहर होने की अपील की है. वहीं, आप का कहना है कि वह सीट जीत सकती है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लकी ने भाजपा को हराने के लिए आप से इंडिया ब्लॉक के गठबंधन सहयोगी के रूप में समर्थन करने की अपील की है. हालांकि स्थानीय स्तर पर दोनों ही दल झुकने को तैयार नहीं हैं.
क्या है चंडीगढ़ सीट की स्थिति
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर हमेशा से कांग्रेस का दबदबा रहा है. पवन बंसल यहां से चार बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. यह 2019 से पहले तक कांग्रेस का गढ़ था. 2019 में कांग्रेस का वोट शेयर AAP के मुकाबले 40.35 प्रतिशत था.
कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की नजर हाईकमान पर
चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लकी का कहना है कि आप को लोकसभा सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारना चाहिए, लेकिन अंतिम निर्णय कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा, "हम आप जैसी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के (कांग्रेस) पार्टी के फैसले का सम्मान करते हैं. अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान का होगा." पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने भी कहा कि सीट बंटवारे पर फैसला राज्य नेतृत्व से फीडबैक मिलने के बाद लिया जाएगा. पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट रूप से कहा है कि सीटें तय करने से पहले वे राज्य के नेताओं से परामर्श करेंगे. हां, गठबंधन होगा और हम भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे."
तीन साल में बढ़ा है आप का वोट शेयर
दूसरी ओर, चंडीगढ़ में AAP का वोट शेयर 2019 और 2021 के बीच तीन वर्षों में सात गुना तक बढ़ गया है. 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर जहां 3.82 प्रतिशत था, तो वहीं 2021 नगर निगम चुनाव में यह बढ़कर 27.08 प्रतिशत हो गया. निगम चुनाव 2021 में कांग्रेस और बीजेपी का वोट शेयर क्रमशः 29.79 प्रतिशत और 29.30 प्रतिशत था.
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