Nitish Kumar And Mamata Banerjee Meeting: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आजकल केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्षी ताकतों को एकजुट करने का जिम्मा उठाया हुआ है. सोमवार (24 अप्रैल) को वह इस ताकत को और मजबूत करने के लिए कोलकाता में पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे.
यह बैठक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व सांसद राहुल गांधी से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की उनकी यात्रा के बाद होगी. इस बैठक को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की नींव रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. अब तक नीतीश विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने के लिए कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
नीतीश को टीएमसी और सपा की जरूरत
माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की विपक्षी एकता तब तक मजबूत नहीं हो सकेगी, जब तक उन्हें उत्तर प्रदेश के अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी का साथ नहीं मिल जाता है. यानी उन्हें विपक्ष की एकजुटता के लिए सपा और टीएमसी की जरूरत है. दरअसल, उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 और पश्चिम बंगाल में 42 सीटें हैं.
विपक्षी एकता पर क्या बोले थे राहुल गांधी
इससे पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि यह विपक्षी एकता और वैचारिक लड़ाई के लिए एक ऐतिहासिक कदम था. राहुल ने इसके बाद खरगे और जदयू और राजद नेताओं के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट भी की थी.
ममता ने मार्च में अखिलेश से की थी मुलाकात
वहीं, सीएम ममता बनर्जी भी 2024 के चुनावों से पहले अन्य दलों के साथ तालमेल बिठाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. इससे पहले उन्होंने पिछले महीने कोलकाता में अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी.
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