Longest Sea Bridge: भारत के सबसे लंबे 'अटल सेतु' पर बाइक-ऑटो रिक्शा की नो एंट्री, समंदर के अंदर होगा रोमांचक सफर
Longest Sea Bridge: मुंबई में बने भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल का उद्घाटन 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है. इस पर बाइक्स और ऑटो के साथ भारी वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी.
Longest Sea Bridge In India: भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल बनकर तैयार हो चुका है. मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने वाले देश के सबसे बड़े समुद्री पुल का उद्घाटन 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने वाला है. 22 किलोमीटर लंबे पुल से दक्षिण मुंबई से नवी मुंबई की दूरी तय करने में अब महज 20 मिनट समय लगेगा.
हालांकि भारत के इस लंबे समुद्री पुल पर सभी गाड़ियां नहीं चल पाएंगी, क्योंकि कुछ गाड़ियों को इस पर चलने की अनुमति नहीं है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई पुलिस ने बुधवार (10 जनवरी) को कहा कि मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) पर चार पहिया वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किमी प्रति घंटे होगी. जबकि मोटरबाइक, ऑटोरिक्शा और ट्रैक्टर को इस पुल पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बना है ब्रिज
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि एमटीएचएल को पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल सेतु नाम रखा गया है. इसका उद्घाटन 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा. एक अधिकारी के मुताबिक, इस मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक पर कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बसों जैसे वाहनों की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. उन्होंने कहा कि पुल की चढ़ाई और उतरने के वक्त गाड़ियों की गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे तक सीमित रहेगी.
18000 करोड़ की लागत से बना है ब्रिज
एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई पुलिस ने जनता को किसी तरह की परेशानी न हो और संभावित खतरे व रुकावटों को रोकने के लिए भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल पर गति सीमा लगा दी है. इसे बनाने के लिए 18,000 करोड़ रुपये की लागत से इस ब्रिज को बनाया गया है. यह मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक यानी यह पुल मुंबई के सेवरी से शुरू होती है और रायगढ़ जिले के उरण तालुका के न्हावा शेवा में समाप्त होती है.
16 किलोमीटर तक समुद्र में है ब्रिज
एमटीएचएल एक 6-लेन समुद्री लिंक है, जिसका विस्तार समुद्र पर 16.50 किलोमीटर और भूमि पर 5.5 किलोमीटर है. इसके उद्घाटन के बाद से मुंबई और नवी मुंबई के बीच की दूरी केवल 20 मिनट में तय हो सकेगी, जो कि अब तक 2 घंटे लगते हैं.
भारी गाड़ियों को भी अनुमति नहीं
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, ट्रकों और बसों को ईस्टर्न फ्रीवे पर प्रवेश नहीं मिलेगा. एक अधिकारी ने बताया है कि इन वाहनों को आगे की आवाजाही के लिए मुंबई पोर्ट-सिवड़ी निकास (निकास 1 सी) का उपयोग करना होगा और ‘गाडी अड्डा’ के पास एमबीपीटी रोड लेना होगा. उन्होंने कहा कि मोटरसाइकिल, मोपेड, तिपहिया वाहन, ऑटो, ट्रैक्टर, जानवरों द्वारा खींचे जाने वाले वाहन और धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए कोई प्रवेश नहीं होगा.
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