![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Parliament Session 2024: 'मुझे बनाने वाली सोनिया गांधी', राज्यसभा में बोले मल्लिकार्जुन खरगे तो सभापति धनखड़ ने लगाई फटकार
Parliament: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर सोमवार और मंगलवार को दोनों सदनों में चर्चा जारी है. मंगलवार (2, जुलाई) को लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के दौरान तीखी नोंकझोक भी हुई.
![Parliament Session 2024: 'मुझे बनाने वाली सोनिया गांधी', राज्यसभा में बोले मल्लिकार्जुन खरगे तो सभापति धनखड़ ने लगाई फटकार LOP Mallikarjun Kharge and Chairman Jagdeep Dhankhar heated debate in Rajya Sabha Parliament Session 2024 Parliament Session 2024: 'मुझे बनाने वाली सोनिया गांधी', राज्यसभा में बोले मल्लिकार्जुन खरगे तो सभापति धनखड़ ने लगाई फटकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/02/2d3671e17bad9805ae258b8e886ad7f717199138594511004_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Parliament Session 2024: संसद सत्र की कार्यवाही मंगलवार (2, जुलाई) को 7वें दिन भी जारी रही. राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सभापति जगदीप धनखड़ के बीच जमकर बहस हुई. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ''मुझे बनाने वाली सोनिया गांधी हैं. न रमेश बना सकता है, न आप बना सकते हैं, जनता ने मुझे बनाया है.
दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर सोमवार और मंगलवार को दोनों सदनों में चर्चा जारी है. सोमवार (1, जुलाई) को लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के दौरान तीखी नोंकझोक भी हुई. ऐसा ही नजारा मंगलवार को भी देखने को मिला.
सदन में क्या हुआ?
मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई. दरअसल, हुआ ये कि चर्चा के बीच स्पीकर ने कहा कि जब खरगे जैसे अनुभवी नेता बैठे हैं तो जयराम रमेश क्यों बीच में टीका टिप्पणी करते हैं, इस पर खरगे ने कहा कि उन्हें न तो जयराम ने बनाया है और न स्पीकर ने उन्हें सोनिया गांधी ने बनाया है, जनता ने बनाया है.
राष्ट्रपति धनखड़ ने क्या कहा?
इस पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा- ''मैं उस स्तर पर नहीं आना चाहता. आपको किसने बनाया, ये आप जाने. कितने मौके आए जब आपकी प्रतिष्ठा को धक्का लगा, मैंने आपकी प्रतिष्ठा को बचाया है.''
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर क्या बोले खरगे
इससे पहले सोमवार (1, जुलाई) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा कि वह चुनावी था और दूसरा उसी की प्रति जैसा है. उन्होंने कहा, ''इसमें ना कोई दिशा है, ना ही कोई दृष्टि है. हमें भरोसा था कि राष्ट्रपति संविधान और लोकतंत्र की चुनौतियों पर कुछ बातें जरूर रखेंगी, सबसे कमजोर तबकों के लिए कुछ ठोस संदेश देगी, लेकिन हमें घोर निराशा हुई कि इसमें गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ भी नहीं है.''
यह भी पढ़ें- Asaduddin Owaisi News: फिलिस्तीन, मॉब लिंचिंग और मुसलमान...संसद में सरकार पर जमकर बरसे असदुद्दीन ओवैसी
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)