Parliament Session: 'अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे नरेंद्र मोदी, लेकिन...', राहुल गांधी ने बता दी अंदर की बात
Parliament Session 2024: लोकसभा के पहले सत्र के दौरान विपक्षी दलों की ओर से केंद्र सरकार पर खूब सियासी तीर छोड़े गए. विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में शामिल हुए.
Parliament Session 2024: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (1 जुलाई) को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सियासी हमला बोला. अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कई मुद्दे उठाए. इस दौरान राहुल गांधी ने अयोध्या का भी जिक्र किया. राहुल गांधी जब लोकसभा में अपनी बात रख रहे थे, उस दौरान फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद भी उनके साथ लोकसभा में बैठे थे.
इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ''अयोध्या-फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने के लिए 2 बार सर्वे करवाया. सर्वे करने वालों ने साफ कह दिया कि अयोध्या से चुनाव मत लड़िएगा, अयोध्या की जनता हरा देगी. इसलिए नरेंद्र मोदी वाराणसी गए और वहां बचकर निकले.''
अयोध्या में क्यों हारी भाजपा?- नेता प्रतिपक्ष
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे बताया कि अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद बने अवधेश प्रसाद ने उन्हें बताया कि उनको पहले ही दिन से चुनाव जीतने का विश्वास था. राहुल ने कहा कि अयोध्या-फैजाबाद सपा सांसद ने मुझे बताया कि वहां के लोगों की जमीन तो ले ली गई. मगर उनको मुआवजा नहीं दिया गया. राहुल ने आगे कहा, जिनकी जमीन ली गई, उनको मंदिर के उद्धाटन में भी नहीं बुलाया गया.
नरेंद्र मोदी ने अयोध्या से चुनाव लड़ने के लिए 2 बार सर्वे करवाया।
— Congress (@INCIndia) July 1, 2024
सर्वे करने वालों ने साफ कह दिया - अयोध्या से चुनाव मत लड़िएगा, अयोध्या की जनता हरा देगी।
इसलिए नरेंद्र मोदी वाराणसी गए और वहां बचकर निकले।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/kMT6QhMkAG
अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदी ने भय पैदा किया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने उन्हें बताया कि छोटे-छोटे दुकानदारों के व्यापारों को तोड़कर उन्हें सड़क पर ला दिया गया. उन्होंने कहा कि उद्घाटन में अडाणी-अंबानी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था. अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदी ने भय पैदा कर दिया. उनकी जमीन ले ली. उनके घर गिरा दिया और मंदिर के उद्घाटन तक में नहीं जाने दिया.