दिल्ली: दिल्ली में सीलिंग के खिलाफ हुए व्यापार बंद से 1500 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान जताया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में पिछले एक महीने से नगर निगम और सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी 'अवैध दुकानों' की सीलिंग की कार्रवाई कर रही है. दिल्ली भर के कई दुकानदारों पर रेसिडेंशियल इलाके में नियमों के खिलाफ दुकान चलाने का आरोप है.


वहीं इस बंद से सरकार को 125 करोड़ के राजस्व घाटा होने का दावा किया जा रहा है. देश भर के व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के जनरल सेक्रेटरी प्रवीण खण्डेलवाल ने कहा कि अगर सरकार नहीं जागी तो इससे भी ज्यादा नुकसान होगा. व्यापारी संगठनों ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द अध्यादेश लाकर सीलिंग की कार्रवाई को रोके.

मंगलवार को 'दिल्ली व्यापार बंद' के दौरान 7 लाख से ज्यादा दुकानें बंद रहीं. दिल्ली में छोटे बड़े कुल 2000 व्यापारिक संगठन हैं. सीलिंग का सबसे बुरा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ रहा है.