नई दिल्लीः पासपोर्ट पर कमल का फूल छापे जाने पर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं विदेश मंत्रालय ने कमल के निशान पर सफाई दी है. मंत्रालय ने कहा है कि यह निशान फर्जी पासपोर्ट की पहचान करने के लिए जारी किया गया है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि कमल हमारा राष्ट्रीय फूल है. आगे भी फर्जी पासपोर्टों की पहचान के लिए अलग-अलग राष्ट्रीय प्रतीक छापे जाएंगे.


विपक्षी सदस्यों की ओर से लोकसभा में नए पासपोर्ट पर कमल का निशान छापने को लेकर सवाल उठाए गए थे. कांग्रेस सदस्य एमके राघवन ने केरल के कोझिकोड में बांटने के लिए आए नए पासपोर्ट पर कमल का निशान होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक अखबार ने इस खबर को प्रकाशित किया है.


उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के चुनावी चिह्न कमल के साथ यह सरकारी प्रतिष्ठानों का ‘‘और भगवाकरण’’ है.


इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘यह निशान हमारा राष्ट्रीय पुष्प है और यह फर्जी पासपोर्ट का पता लगाने के लिए लाई गई परिष्कृत सुरक्षा विशेषता का हिस्सा है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘ये सुरक्षा विशेषता अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (आईसीएओ) के दिशानिर्देशों का हिस्सा है.


प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कमल के अलावा बारी-बारी से अन्य राष्ट्रीय प्रतीकों का भी उपयोग किया जाएगा. अभी कमल का इस्तेमाल किया गया था . अगले महीने कुछ और होगा. ये प्रतीक भारत से जुड़े हैं जैसे राष्ट्रीय पुष्प या राष्ट्रीय पशु.’’


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