Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे की धमकी पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के डीजीपी ने बैठक की इस बैठक के बाद महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया कि लॉ एंड ऑर्डर को लेकर डीजीपी किसी भी आदेश का इंतजार ना करें तुरंत एक्शन लें. महाराष्ट्र में ईद के दिन कानून व्यवस्था को लेकर गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री को सभी जानकारी दी और कानून व्यवस्था पर ब्रीफ करते हुए बताया, महाराष्ट्र पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने जो कदम जरूरी हो वो उठाए. किसी के आदेश का इंतजार ना करे. महाराष्ट्र गृह मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी. महाराष्ट्र के इंटेलिजेंस विभाग को इस बात की रिपोर्ट मिली थी कि अन्य राज्यों से लोगों के महाराष्ट्र में आने की आशंका है जिसकी वजह से कानून व्यवस्था खराब हो सकती है. ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस को पूरी तरह से सतर्क रहने की आवश्यकता है. 


आपको बता दें कि इसके पहले एक महीने से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के माथे पर चिंता की लकीरें खींच रखी हैं. दरअसल, राज ठाकरे ने पिछले महीने ही इस बात की चेतावनी दी थी कि अगर 3 मई तक मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो वो अपने हिसाब से इनसे निपटेंगे और फिर वो उन्हें जवाब देने के लिए मस्जिदों के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. राज ठाकरे की इस धमकी ने राज्य सरकार की परेशानियां बढ़ा दी थीं. आज 3 मई है और राज ठाकरे की चेतावनी का अंतिम दिन है. ऐसे में आगे माहौल खराब न हो इसे देखते हुए महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने DGP रजनीश सेठ संग मंगलवार को सीएम उद्धव ठाकरे के साथ एक बैठक की जिसके बाद डीजीपी ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्रालय को महाराष्ट्र पुलिस के इंतजामों की जानकारी दी.


महाराष्ट्र वासियों से की शांति की अपील
महाराष्ट्र के डीजीपी रजनीश सेठ ने बताया कि, "आज गृहमंत्री ने लॉ एंड ऑर्डर के संदर्भ में बैठक ली. महाराष्ट्र पुलिस किसी भी तरह के लॉ एंड ऑर्डर के हालात से निपटने के लिए तैयार है. असामाजिक तत्वों पर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी. DGP ने महाराष्ट्र के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमने पूरे महाराष्ट्र के पुलिस वालों को साफ तौर से कहा है की राज्य में लॉ एंड ऑर्डर न बिगड़े और इसके लिए जैसा एक्शन लेना है, वैसा लिया जाए."


पूरे प्रदेश में 30 हजार होम गार्ड्स की तैनाती 
डीजीपी ने बताया कि, "हमने लोकल लेवल पर कई धर्मगुरुओं और संबंधित समाज के लोगों से मीटिंग की है ताकि शांति बनी रहे. अगर कोई लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके ख़िलाफ सख्त करवाई की जाएगी. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए SRPF की 87 टुकड़ियां और इसके अलावा 30 हज़ार होम गार्ड पूरे महाराष्ट्र में तैनात किए गए हैं."


राज ठकरे के भाषण की होगी समीक्षा
डीजीपी ने आगे बताया कि, "औरंगाबाद पुलिस कमिश्नर ने राज ठाकरे के भाषण की समीक्षा की है. अब नियमों के हिसाब से जो भी करवाई की जा सकती है वो करेंगे. 15 हजार से ज़्यादा लोगों के ख़िलाफ़ प्रिवेंटिव करवाई की गई है. 13 हज़ार से ज़्यादा लोगों के ख़िलाफ़ 149 के नोटिस भेजे गए हैं. तलवार के संदर्भ में हमने मामला दर्ज किया है और उस केस में आरोपियों को गिरफ़्तार किया है."


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