Love Jihad: दिल्ली में हुई श्रद्धा वॉकर के शव के 35 टुकड़े करने, झारखंड में आदिवासी युवती रेबिका के 50 टुकड़े करने और छत्तीसगढ़ में नीलकुसुम को 51 बार पेचकस से गोदकर मारने के मामले ने पूरे देश में बहस छेड़ दी है. कई राज्यों एक बार फिर से लव जिहाद कानून की मांग भी तेज हो गई है. इस बीच AIMIM के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने एक बहस के दौरान सवाल उठाया. एआईएमआईएम के प्रवक्ता फरहान ने कहा कि भारत में न पाकिस्तानी शासन है और न तालिबानी. केंद्र के साथ कई राज्यों में भी भाजपा की सरकार है. इसके बावजूद हत्यारों के निशाने पर बेटियां क्यों हैं?
श्रद्धा वॉकर हत्याकांड समेत अन्य मामलों पर मोहम्मद फरहान ने अपनी बात रखी. फरहान ने कहा कि देश के अंदर तमाम बेटियों (हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई) के साथ हो रही निर्ममता पर सरकारें चुप क्यों बैठी हैं? उन्होंने कहा कि इन घटनाओं पर गंभीरता से विचार करते हुए एक्शन लेने की जरूरत है.
हत्या करने वाला हत्यारा है- प्रवक्ता फरहान
एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि अगर कोई किसी बेटी की हत्या कर रहा है, तो वो हत्यारा है. उन्होंने कहा कि इसमें जाति, धर्म, वर्ग को नहीं जोड़ा जाना चाहिए. हत्या के लिए जो सजा मिलती है, उसे दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं मांग करता हूं, इसकी सजा और कड़ी होनी चाहिए.
लव जिहाद के लिए कानून सभी के लिए एक जैसा हो
AIMIM प्रवक्ता ने बहस के दौरान ये भी कहा कि हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई कोई भी लव जिहाद करे, उसके खिलाफ कड़ा कानून लाइए. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को धर्म विशेष से ऊपर उठकर देखना चाहिए. मोहम्मद फरहान ने मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी की एक छात्रा वानिया असद शेख की आत्महत्या के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उसके ऊपर शादी करने का दबाव बनाया जा रहा था, जिसकी वजह से उसने आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि ये लव जिहाद का ही मामला है.
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