Andhara Pradesh Odisha Jawad Cyclone: देश अभी ओमिक्रोन के खौफ से सहमा ही हुआ है कि बंगाल की खाली में उठा लो प्रेशर अब डीप डिप्रेशन में तब्दील हो चुका है और अगले 12 घंटों में और तेजी के साथ रफ्तार पकड़ते हुए तूफान में बदल जाएगा. तूफान का नाम जवाद रखा गया है. जैसे-जैसे यह उत्तर की ओर बढ़ रहा है यह रफ्तार पकड़ता जा रहा है. पिछले कई दिनों से हुई तेज बारिश-बाढ़ के बाद ओमिक्रोन के खतरे के बीच अब चक्रवाती तूफान का खतरा दक्षिण पूर्वी राज्यों पर मंडरा रहा है.


आपको बता दें कि गल्फ ऑफ थाईलैंड और अंडमान सी पर उठा लो प्रेशर बंगाल की खाड़ी के उत्तर दिशा की ओर बढ़ चुका है. जो अगले 12 घंटों के भीतर उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तट पर टकराएगा. इस वक्त यह तूफान विशाखापट्टनम से 500 किलोमीटर और ओडिशा के गोपालपुर से करीब 600 किलोमीटर की दूरी पर है. 


अगले 12 घंटों में यह तूफान बनकर विशाखापट्टनम और गोपालपुर के बीच टकराएगा. इस वक्त हवा की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. यही कारण है कि इस वक्त आंध्र प्रदेश और ओडिशा पूरी तरह अलर्ट पर हैं. गृह मंत्रालय पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए हुए है.






तूफान के खतरे को देखते हुए लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया जा रहा है. शुक्रवार और शनिवार को बच्चों के लिए छुट्टी का ऐलान भी किया जा चुका है. इस तूफान से निपटने के लिए NDRF की कुल 29 टीमों को तैनात कर दिया गया है.


ये टीमें नाव और ट्री कटर और भी एडवांस्ड इक्विपमेंट्स के साथ तैनात की गई हैं, ताकि तूफान खत्म होते ही रेस्टोरेशन का काम जल्द से जल्द किया जा सके. इसके अलावा कोस्ट गार्ड की टीम्स भी तैनात की गई हैं, जो समंदर में फंसे मछुआरों को जल्द से जल्द तट पर भेज रही हैं और लगातार इस तूफान को खतरे को मछुआरों तक पहुंचा रही हैं.


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