सीमा विवाद: क्या भारत-चीन के बीच कम होगा तनाव? आज मॉल्डो में होगी लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत
लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की पहले दौर की बातचीत छह जून को हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने सभी संवेदनशील इलाकों से सैनिकों को हटाने का फैसला किया था.
नई दिल्ली: भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने के रास्तों पर चर्चा करने के लिए आज लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की दूसरे दौर की बातचीत कर रहे हैं. सरकारी सूत्रों ने बताया कि बातचीत पूर्वी लद्दाख में चीन की तरफ चुशुल सेक्टर के मोल्दो में सुबह साढ़े 11 बजे प्रस्तावित थी.
लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्दर सिंह कर रहे हैं अगुवाई
इस बातचीत में भारतीय शिष्टमंडल की अगुवाई 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिन्दर सिंह कर रहे हैं. लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की पहले दौर की बातचीत छह जून को हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने सभी संवेदनशील इलाकों से सैनिकों को हटाने का फैसला किया था. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के एक हफ्ते बाद यह उच्च स्तरीय बातचीत हो रही है.
पहली बार बातचीत करेंगे भारत और चीन के विदेश मंत्री
वहीं, इस बीच भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्री भी एक-दूसरे से बातचीत करेंगे. ये बातचीत कल दोपहर 1:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होगी. भारत और चीन के बीच विवाद के बाद पहली बार दोनों देशों के विदेश मंत्री आमने सामने होंगे. कोरोना संकट में तीनों देश किस तरह से एक-दूसरे को सहयोग कर सकते हैं? अंतरराष्ट्रीय स्थिति क्या है? किस तरह से अपनी साझेदरी बढ़ा सकते हैं? इस मुद्दे पर बातचीत होने की संभावना है. यह भी पढ़ें-भारत-चीन सीमा विवाद: मनमोहन की मोदी को नसीहत, कहा- अपने शब्दों के प्रभाव पर ध्यान दें पीएम
सीमा विवाद के बाद पहली बार बातचीत करेंगे भारत और चीन के विदेश मंत्री, रूस करेगा मेजबानी