जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने राज्य में अकादमिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए की चर्चा, कक्षाएं शुरु करने से पहले दिए निर्देश
लंबे समय लगे लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने अकादमिक गतिविधियों को शुरू करने का जायजा लिया है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय और उसके हॉस्टलों में सैनिटाइजेशन समेत सभी प्रबंध करने के बाद ही कक्षाएं शुरू की जाएं.
जम्मू: कोरोना वायरस को हराने के लिए देश में करीब 2 महीने से अधिक समय तक चले लॉकडाउन के बाद अब सरकार ने धीरे-धीरे जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए अनलॉक 1.0 का ऐलान किया है. इसी दिशा में कदम उठाते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने जम्मू विश्वविद्यालय और श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए रोडमैप पर चर्चा की है.
उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने की चर्चा
कोरोना वायरस के बीच अब देशभर में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है और इसी के चलते अब करीब ढाई महीने से प्रभावित रही शिक्षा और शैक्षिक संस्थानों को भी वापस से शुरू करने के लिए कवायद तेज हो रही है. इसी के चलते जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने जम्मू विश्वविद्यालय और श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय कटरा में अकादमिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए बने रोडमैप पर चर्चा की.
चर्चा में लिए गए फैसले
इस चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और उसके हॉस्टलों में सैनिटाइजेशन समेत सभी प्रबंध करने के बाद ही कक्षाएं शुरू की जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि विश्वविद्यालयों में शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन होना चाहिए और साथी मास्क पहनने को अनिवार्य बना दिया जाना चाहिए. जम्मू विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रोफेसर मनोज धर को निर्देश देते हुए उपराज्यपाल ने कहा की ऑफ साइट कैंपस में ढांचागत सुविधाओं, स्टाफ और अन्य जरूरतों के लिए उन्हें प्रस्ताव भेजा जाएं. उन्होंने साथ ही विश्वविद्यालयों में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए जल्द अधिसूचना जारी करने को भी कहा.
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