नई दिल्ली: तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं एक के बाद एक अब खुलकर सामने आ रही हैं. इंसाफ के इंतजार में पीड़ित महिलाएं प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी से जल्द तीन तलाक को बैन करने औऱ इसे लेकर सख्त कानून बनाने की अपील कर रही हैं. लखनऊ में आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक होने वाली है, जिस पर सभी की निगाहें टीकी हुई हैं.


यूपी के गोंडा में रहने वाली सदफ ट्रिपल तलाक की शिकार हैं. सदफ का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने ससुरालवालों की दहेज की मांग पूरी नहीं की. जिसके बाद उसके पति अलीम खान ने तीन तलाक देकर सदफ को घर से निकाल दिया. अपनी आठ महीने की मासूम बच्ची के साथ माइके में रह रहीं सदफ को अपने और मासूम बच्ची के भविष्य की चिंता सता रही है.

पीड़ित सदफ ने अब प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी से तीन तलाक को बैन करनी गुहार लगाई है. सदफ की मांग है कि इसे रोकने के लिए सख्त कानून बने ताकि दूसरी महिलाओं को इसका शिकार ना होना पड़े. तीन तलाक पा चुकीं सदफ खान की शिकायत पर आरोपी पति और ससुरालवालों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है.

तीन तलाक का एक और मामला यूपी के अलीगढ़ से भी सामने आया है, जहां एक पिता ने तीन तलाक का शिकार हुई अपनी बेटी रेहाना के अलावा उन पीड़ित लड़कियों को भी इंसाफ दिलाने की ठानी है जो ट्रिपल तलाक का शिकार हुई हैं. रेहाना के पिता सगीर अहमद ने कहा, ''मैं सिर्फ अपनी बेटी के लिए नहीं सभी तलाकशुदा लड़कियों के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं, मैं अब किसी हद तक भी जा सकता हूं.''

तीन तलाक का शिकार हुईं कई महिलाओं ने पिछले दिनों यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद सीएम योगी ने भी उनको पूरी मदद का भरोसा दिया था. यूपी की महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी भी पीड़ित महिलाओं से मिली थीं.

तीन तलाक का मुद्दा लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है. हाल के दिनों में इसे लेकर बहस और तेज हुई है. अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी है, जिस पर 11 मई से रोजाना संवैधानिक पीठ में सुनवाई होनी है.