रणजीत बच्चन हत्याकांड: पत्नी ने ही रची थी हत्या की साजिश, अब तक 3 लोग गिरफ्तार
रंजीत बच्चन को तब गोली मार दी गई थी, जब वह हजरतगंज इलाके में सुबह की सैर पर निकले थे. लखनऊ का हजरत गंज पॉश इलाकों में से एक है जहां कई नेता समेत गणमान्य लोग रहते हैं. विधानसभा भी वहीं है.
लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश हज़रतगंज इलाक़े में रविवार को हुई हिंदूवादी नेता रणजीत बच्चन की हत्या का यूपी पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड की मास्टर माइंड कही जा रही की रणजीत की दूसरी पत्नी स्मृति और उसके प्रेमी दीपेंद्र सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. तीसरे आरोपी की पहचान संजीत गौतम के तौर पर हुई है. पुलिस अब इस मामले में चौथे आरोपी जितेंद्र की तलाश कर रही है. कहा जा रहा है कि चौथा आरोपी जितेंद्र इस वारदात में मुख्य शूटर है. पुलिस के मुताबिक़ स्मृति और दीपेंद्र में प्रेम सम्बन्ध थे और दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन रणजीत बच्चन इस शादी में रोड़ा बन रहा था. इस बाधा को दूर करने के लिए ही रणजीत की हत्या की गई.
हत्या की वजह क्या थी?
बीते 17 जनवरी को स्मृति और रणजीत बच्चन की शादी की सालगिरह थी. रणजीत स्मृति को लेकर एनवर्सरी सेलीब्रेट करने के लिए होटल जाना चाहता था पर स्मृति के इंकार पर भड़के रणजीत ने उसे थप्पड़ मार दिया. इस दौरान स्मृति ने प्रेमी दीपेंद्र से शादी करने की इच्छा भी रणजीत से शेयर की. लेकिन रणजीत ने उसे खरी-खोटी सुनाने के साथ ही उसे कभी न छोड़ने का दबाव बनाता रहा. स्मृति ने पूरा वाकया दीपेंद्र को बताया तो वो गुस्सा हो गया. इसके बाद स्मृति और दीपेंद्र ने रणजीत को जान से मारने का फैसला कर लिया. इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए दीपेंद्र ने अपने साथी संजीत गौतम और रिश्ते में भाई रंजीत को अपने साथ मिलाया. रंजीत ही वो शूटर था जिसने रणजीत को गोली मारकर मौत के घाट उतारा.
हत्या कर मुम्बई भाग गया था शूटर
हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर जितेंद्र ट्रेन से मुंबई भाग गया था. वहां जाने के बाद वह लगातार लोकेशन बदलता रहा. उसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस की टीम भी मुंबई में उसकी तलाश में जुटी हुई है. हत्या से पहले स्मृति और दीपेंद्र के साथ मिलकर शूटर रंजीत और संजीत ने रणजीत बच्चन की रेकी की और उसके बाद इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. इस हत्याकांड में दो गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया. रेकी के लिए सफेद कार का इस्तेमाल किया गया और हत्या वाले दिन दीपेंद्र अपनी बैलिनो कार से शूटर जितेंद्र को रणजीत बच्चन के पीछे तक लेकर पहुचा था और वारदात को अंजाम देने के बाद इसी गाड़ी से सभी लोग फरार हुए थे. इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद और स्मृति की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में कामयाब हो पाई.
पुलिस ने क्या क्या बरामद किया
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल फोन, बलेनो कार, दो खोखे, 0.32 बोर का कारतूस और विकासनगर में एक होटल से कपड़े भी बरामद किए है. अब पुलिस शूटर की गिरफ्तारी के लिए मुम्बई में खोजबीन में जुटी हुई है. साथ ही उस हथियारों की तलाश कर रही है जिससे रणजीत को गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया. सभी लोग हत्या से पहले विकासनगर में एक होटल में भी ठहरे थे.
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