Ludhiana Court Blast: लुधियाना कोर्ट में हुए विस्फोट केस में मारे गए शख्स की पहचान गगनदीप के तौर पर हुई है. इस केस की जांच के दौरान यह पता चला है कि बड़े विस्फोट की प्लानिंग थी. इस ब्लास्ट में संदिग्ध विस्फोटक आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था. गगनदीप कोर्ट के रिकॉर्ड रूम को उड़ाना चाहता था. गगनदीप सिंह था पंजाब पुलिस का बर्खास्त हवलदार और ड्रग्स स्मग्लिंग केस में आरोपी भी था. इसके बाद देर रात पुलिस गगनदीप के भाई को जांच में सहयोग और पूछताछ के लिए साथ लेकर गई है.
लुधियाना ब्लास्ट में बड़ी साजिश
गगनदीप की ड्रग्स केस में 21 दिसंबर को इसी कोर्ट में पेशी हुई थी. गगनदीप के साथ दो और लोग ड्रग्स के केस में आरोपी हैं. कोर्ट के रिकोर्ड रूम को उड़ाने के चक्कर में बम फ़िक्स करते हुए धमाके में खुद ही उड़ गया गगनदीप सिंह. विदेश ड्रग्स सप्लायरस से तार जुड़े हो सकते हैं. पुलिस ने ब्लास्ट वाली जगह से मिली इंटरनेट डोंगल से मृतक की पहचान की है. अब इस मामले मे परिवार से पूछताछ की जा रही है. गगन के भाई को एनआईए की टीम अपने साथ ले गई है और एक लैपटॉप व कुछ पैसे बरामद हुए है वो जांच टीमें अपने साथ ले गई है.
ब्लास्ट वाली जगह से जांच टीम को डोंगल मिली है और उसी की मदद से गगन के घर की लोकेशन ट्रेस हो पाई है. गगन के घर से लैपटॉप और मोबाइल पुलिस ने कब्जे में लिया. अभी भी पुलिस गगन के घर में मौजूद है. किसी को भी अंदर से बाहर या बाहर वालों को अंदर जाने की परमिशन नहीं है.
एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार हुआ था गगनदीप
गौरतलब है कि पंजाब (Punjab) की लुधियाना कोर्ट में हुए ब्लास्ट में मरने वाले शख्स का नाम गगन था जो पंजाब के खन्ना का रहने वाला था. ये शख्स पुलिस में कॉन्स्टेबल था. अगस्त 2019 में उसे NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था. अदालत से दोषी ठहराए जाने के बाद उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था.
गगनदीप इसी साल सितंबर में दो साल की जेल काटकर आया था. मौके से जो सुराग मिले हैं, उसके आधार पर जब मृतक की पहचान हुई तो पुलिस और NIA की टीम खन्ना में गगनदीप के घर पहुंच गई. गगनदीप सिंह का पुलिस नंबर 522 था. वो खन्ना के तेग बहादुर नगर में रहता था. लुधियाना की कोर्ट में गगनदीप का केस चल रहा था. इस शख्स की पहचान होने के बाद अब इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश हो रही है कि ब्लास्ट से इसका कनेक्शन क्या था.