नई दिल्लीः जर्मनी की एअरलाइन कंपनी लुफ्थांसा ने 20 अक्टूबर तक जर्मनी और भारत के बीच की अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है. लुप्थांसा के अनुसार उसने यह कदम इंडियन अथॉरिटीज की तरफ से कम्पनी के अक्टूबर तक के लिए प्लान्ड फ्लाइट शेड्यूल को रिजेक्ट करने के बाद उठाया है. एयरलाइन के मुताबिक भारत ने जर्मनी की सरकार के टेम्परेरी ट्रैवल एग्रीमेंट पर बातचीत करने के न्यौते को अब तक स्वीकार नहीं किया है.


भारत के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, महामारी के समय में भारत और जर्मनी के बीच जुलाई एयर बबल एग्रीमेंट हुआ था जिसमें दोनों देशों के नागरिकों को एक-दूसरे देश में ट्रैवल करने की अनुमति दी गई थी. गौरतलब है कि भारत और जर्मनी ने इस साल जुलाई में एयर बबल की औपचारिक शुरुआत की थी. एयर बबल व्यवस्था दो देशों के बीच व्यावसायिक यात्री उड़ानों का परिचालन दोबारा शुरू करने की अस्थायी व्यवस्था को कहते हैं.


डीजीसीए का बयान


वहीं डीजीसीए ने कहा कि लुप्थांसा की एक सप्ताह में संचालित होने वाली उड़ानों की संख्या 20 है. जबकि भारतीय एयरलाइन्स सप्ताह में तीन से चार उड़ानों को ही संचालित कर रहे हैं. इस अंतर के बावजूद हमने लुफ्थांसा के लिए एक सप्ताह में सात उड़ानों की पेशकश की जो उनके द्वारा स्वीकार नहीं की गई थी. बातचीत जारी है.






लुफ्थांसा ने बयान में कहा है कि दिल्ली, मुम्बई और बेंगलुरू को जर्मनी और अन्य यूरोपीय देशों से जोड़ने के लिए उसने अक्टूबर में उड़ानें संचालित करने का प्लान बनाया था. सितम्बर के अंत तक स्पेशल फ्लाइट्स के संचालन की अनुमति मांगी थी. भारत की ओर से इस इस मांग को नहीं माना गया है. कंपनी ने कहा है कि इंडियन अथॉरिटीज और जर्मनी की सरकार को जल्द बातचीत करने की जरूरत है जिससे यात्रा करने वाले भारतीय और अन्य देशों के हजारों नागरिकों को किसी तरह की परेशानी न हो.


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