Chandra Grahan Live Updates: देश के इन हिस्सों में दिखेगा चंद्र ग्रहण, जानें टाइम और इससे जुड़ी पूरी जानकारी
Chandra Grahan 2021 Live Streaming: पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आने यानी सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के एक सीध में आने की घटना चंद्र ग्रहण कहलाता. जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में होता है, तब पूर्ण चंद्र ग्रहण बनता है. चंद्रमा का केवल एक भाग पृथ्वी की छाया में आता है तो आंशिक चंद्र ग्रहण होता है.
कोलकाता में आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण 10 साल पहले,10 दिसंबर 2011 को दिखा था. आज की रात को, सूर्य, धरती और चंद्रमा इस तरह से एकसीध में होंगे कि धरती से यह पूर्ण चंद्रमा के रूप में नजर आएगा और कुछ समय के लिएइसपर ग्रहण भी लगा होगा. चंद्रमा धरती के आस-पास चक्कर लगाता हुआ कुछ पल के लिएधरती की छाया से गुजरेगा और पूरी तरह से इसपर ग्रहण लग जाएगा.
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है और जब तीनों एक सीध में होते हैं. पूरब में आज शाम आसमान पर पूर्ण चंद्रग्रहण के ठीक बाद एक दुर्लभ विशाल एवं सुर्खचंद्रमा (सुपर ब्लड मून) नजर आएगा.
विभाग के मुताबिक पोर्टब्लेयर से ग्रहण को शाम 5.38 बजे से 5.45 बजे तक के लिये देखा जा सकता है जो भारत में ग्रहणका सर्वाधिक समय होगा. यह पुरी और मालदा से भी शाम 6 बजकर 21 मिनट से देखा जा सकताहै, लेकिन यहां नजारा सिर्फ दो मिनट के लिये दिखेगा. भारत में अगला चंद्र ग्रहण 19 नवंबर कोदिखेगा. वो एक आंशिक चंद्रग्रहण होगा. चंद्रोदय के ठीक बाद अरुणाचल प्रदेश और असम के सुदूरपूर्वोत्तर हिस्सों में बेहद कम समय के लिये आंशिक चरण नजर आएगा.
आईएमडी ने कहा कि भारत में पूर्वोत्तर के हिस्सों (सिक्किम कोछोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय इलाकों और अंडमान तथा निकोबारद्वीप समूह में चंद्रोदय के ठीक बाद ग्रहण के आंशिक चरण का समापन कुछ देर के लिये नजरआएगा. ग्रहण का आंशिक चरण दोपहर 3.15 बजे शुरू होगा और शाम 6.23 बजे खत्म होगा जबकिपूर्ण चरण शाम 4.39 बजे शुरू होकर शाम 4.58 मिनट पर खत्म होगा.
बैकग्राउंड
पूर्वोत्तर भारत, बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में आज थोड़ी देर ही दिखेगा चंद्रग्रहण, पूरब में आज शाम आसमान पर नजर आएगा सुपर ब्लड मून- आज पूर्ण चंद्रग्रहण होगा लेकिन पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और ओडिशा के तटीय इलाकों तथा अंडमान और निकोबार द्वीप से यह थोड़ी देर के लिये ही नजर आएगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) केमुताबिक ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर तथाहिंद महासागर में नजर आएगा.
इस घटना को 'सुपर ब्लड मून' के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि चांद रंग में हल्का लाल-नारंगी नजर आता है और ये पूरा चांद होता है, इसलिए उपग्रह वास्तव में बड़ा दिखाई देगा. चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है. पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आने यानी सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के एक सीध में आने की घटना चंद्र ग्रहण कहलाता. जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में होता है, तब पूर्ण चंद्र ग्रहण बनता है. चंद्रमा का केवल एक भाग पृथ्वी की छाया में आता है तो आंशिक चंद्र ग्रहण होता है.
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