India On Chinese Funding: सरकार ने गुरुवार (16 मार्च) को संसद में कहा कि उसे इस बात की जानकारी है कि चीन दक्षिण एशिया के अलग-अलग देशों में बंदरगाहों, राजमार्गों और हवाई अड्डों सहित बुनियादी ढांचा से जुड़ी परियोजनाओं की फंडिंग कर रहा है. विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि भारत अपनी 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत अपने सभी पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण और परस्पर लाभकारी संबंध विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने ये भी कहा कि सरकार भारत की सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखती है और इसकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करती है.
मुरलीधरन का संसद में बयान
मुरलीधरन ने कहा, ''सरकार को इस बात की जानकारी है कि चीन दक्षिण एशिया के देशों में बंदरगाहों, राजमार्गों, रेलवे और हवाई अड्डों सहित बुनियादी ढांचा संबंधी परियोजनाओं को लेकर फंडिंग कर रहा है. सरकार अपनी 'पड़ोस प्रथम' नीति के तहत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने कहा कि भारत अपने पड़ोसियों का एक सक्रिय आर्थिक भागीदार है और इन देशों में बड़ी संख्या में विकास परियोजनाओं में शामिल है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के रक्षा और सुरक्षा सहयोग, व्यापार एवं निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के मध्य पारस्परिक संबंधों सहित विविध क्षेत्रों में अपने पड़ोसी देशों के साथ व्यापक संबंध हैं. मुरलीधरन ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों पर हमलों की घटनाएं हुई हैं एवं उनमें से कुछ हमले नस्लवाद से प्रेरित प्रतीत होते हैं.
उन्होंने कहा, ''मीडिया खबरों और जानकारी के अनुसार पिछले कुछ सालों में अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों पर हमलों की घटनाएं हुई हैं. उनमें से कुछ हमले नस्लवाद से प्रेरित प्रतीत होते हैं.’’ मुरलीधरन ने कहा कि विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनका कल्याण सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भारतीय मिशन व वाणिज्य दूतावास लगातार स्थानीय सरकारों और भारतीय समुदाय के साथ संपर्क बनाए हुए हैं.